रिपोर्टर कुंज कुमार रात्रे
महासमुंद छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक कल्याण संघ की प्रांत स्तरीय बैठक आज प्रांत अध्यक्ष श्री राज किशोर तिवारी एवं उपप्रांत अध्यक्ष श्री दिनेश सिंह के नेतृत्व में रायपुर कलेक्ट्रेट गार्डन में संपन्न हुई। इस बैठक में प्रांत के विभिन्न संभागों एवं जिलों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक का प्रमुख एजेंडा वर्ष 1998 से 2004 के पूर्व नियुक्त शिक्षकों की सेवा अवधि को नियुक्ति तिथि से गणना करते हुए पेंशन, जीएफ तथा अन्य सेवा लाभ दिलाए जाने पर केंद्रित रहा। संघ ने स्पष्ट किया कि इस विषय पर कई बार माननीय मुख्यमंत्री, मंत्रीगण एवं विधायकों को अवगत कराया गया तथा आश्वासन भी प्राप्त हुआ, किन्तु शासन स्तर पर अब तक कोई ठोस पहल नहीं हुई है।
बैठक में यह भी उल्लेख किया गया कि कुछ सेवानिवृत्त शिक्षक साथियों की आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय है और यदि शासन की उदासीनता बनी रही तो आने वाले समय में अनेक शिक्षकों की स्थिति भी ऐसी ही हो जाएगी। संघ ने यह मांग दोहराई कि 2004 से पूर्व पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू थी, इसलिए 1998 से नियुक्त शिक्षकों को भी छत्तीसगढ़ सिविल सेवा पेंशन नियम 1976 के तहत लाभ मिलना चाहिए।
आंदोलन की आगामी रूपरेखा
सितम्बर–अक्टूबर 2025 : संभागीय स्तर पर मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा सचिव को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
नवम्बर–दिसम्बर 2025 : प्रदेशव्यापी कार रैली निकालकर शासन को ज्ञापन दिया जाएगा।
सदस्यता अभियान को और तेज किया जाएगा तथा सेवानिवृत्त शिक्षकों को संघ से जोड़ा जाएगा।
बैठक में उपस्थित प्रमुख पदाधिकारी
प्रांतीय महासचिव देशनाथ पांडे, प्रांतीय सचिव नवीन चंद्राकर, प्रांतीय सह सचिव उजित मानिकपुरी, बस्तर संभाग अध्यक्ष अमलेश ठाकुर, सरगुजा संभाग अध्यक्ष हजरत अली, रायपुर संभाग अध्यक्ष खेदूराम चन्द्राकर, सरगुजा संभाग महासचिव डेगमन राजवाड़े, जिला अध्यक्ष महासमुंद अनिल ढीढी, ब्लॉक अध्यक्ष महासमुंद राजकुमार आंवले, बागबाहरा प्रेमचंद डड़सेना सहित सभी जिला एवं प्रांतीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।
संघ का स्पष्ट संकल्प है कि यदि शासन हमारी मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लेता, तो आने वाले समय में शिक्षक समाज को आर-पार की लड़ाई के लिए बाध्य होना पड़ेगा।