केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर के 11वें दीक्षांत समारोह में डॉ. विनीत कुमार मन्नाडे को पीएचडी उपाधि से सम्मानित किया
संपादक कुंज कुमार रात्रे
महासमुंद गौरव ग्राम भोरिंग जिला महासमुंद के मूल निवासी एवं शासकीय निरंजन केशरवानी महाविद्यालय कोटा जिला बिलासपुर के भौतिक शास्त्र के सहायक प्राध्यापक डॉ. विनीत कुमार मन्नाडे को गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षांत समारोह में उनके भौतिक शास्त्र विषय से संबंधित शोध प्रबंध *इंवेस्टिगेटिंग क्लोज-इन एक्स्ट्रा-सोलर प्लेनेटरी सिस्टमस थ्रू फोटोमैट्रिक फॉलो-अप ऑफ़ देयर ट्रांजिट्स * पर डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान किया | इस दीक्षांत समारोह में भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मुख्य अतिथि के रूप में तथा प्रो. टी.जी. सीताराम अध्यक्ष ऑल इंडिया टेक्निकल एजुकेशन, अतुल कोठारी, राष्ट्रीय सचिव, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्याय छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साहू, राज्य मंत्री तोखन साहू एवं बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला अति विशिष्ट विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे | कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल ने किया |
डॉ. विनीत ने बताया कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव से ही संपन्न हुई, स्नातक का अध्ययन छत्तीसगढ़ महाविद्यालय रायपुर से व स्नातकोत्तर का अध्ययन भौतिकी एवं खगोलभौतिकी विभाग, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर से पूर्ण किया। तत्पश्चात 2016 में गुरु घासीदास विश्वविद्यालय में यूजीसी-एमआरपी रिसर्च प्रोजेक्ट में प्रोजेक्ट फेलो के रूप में शोध कार्य आरंभ किया तथा 2016 में GATE एक्जाम क्वालीफाई करने के बाद पीएचडी के लिए पंजीकृत हुए | डॉ. विनीत ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने शोध निर्देशक- प्रो. पारिजात ठाकुर, गुरुजनों- प्रो. डी. के. साहू, भारतीय खगोलभौतिकी संस्थान (आई आई ए)), बैंगलोर, प्रो. इंग-गुए जियांग, नेशनल सिंघुआ यूनिवर्सिटी सिंचू (NTHU), ताइवान, प्रोफेसर एन. के. चक्रधारी, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर, पिता- हीरालाल मन्नाडे, माता- स्व. श्रींमती हेम बाई मन्नाडे , समस्त परिवार जनों और सहयोगियों के साथ-साथ अपने मित्रों को दिया है। शुद्ध एवं अनुप्रयुक्त भौतिकी विभाग, गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के समस्त आचार्यों एवं पदाधिकारी गणों ने डॉ. विनीत को उज्जवल भविष्य हेतु शुभकामनाएं दी साथ ही उनके कर्मक्षेत्र प्रमुख कोटा महाविद्यालय के सेवानिवृत्त पूर्व प्राचार्य बी. एल. काशी, वर्तमान प्राचार्य डॉ. नाज बेंजामिन, समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भी उनकी इस उपलब्धि की सराहना करते हुए उन्हें अनंत बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
