सिकासेर नहर परियोजना को लेकर पूर्व मंत्री अमितेश शुक्ल द्वारा प्रस्तावित नहर का विरोध करते हुए
संपादक कुंज कुमार रात्रे महासमुंद सिकासेर नहर परियोजना को लेकर पूर्व मंत्री अमितेश शुक्ल द्वारा प्रस्तावित नहर का विरोध करते हुए किसी भी स्थिति में महासमुंद जिला में पानी नहीं ले जाने देने की गरियाबंद में प्रेस वार्ता किए जाने के विरोध में झलप क्षेत्र के किसानों का छिलपावन भूतेश्वर नाथ मंदिर प्रांगण में बैठक हुई बैठक में किसानों ने कहा अमितेश शुक्ल मृत हो चुके राजनीति में जान फूंकने के लिए पांच ब्लॉक छुरा फिगेश्वर बागबाहरा महासमुंद पिथौरा के असिंचित क्षेत्र के किसानों की जीवनदायनी परियोजना जिसमें सिकासेर जलाशय के अतिरिक्त एवं पैरी नदी में व्यर्थ बाहर जाने वाले पानी को लाने के लिए नहर निर्माण की मांग लंबे समय से किसानों द्वारा किया जा रहा है अब कहीं जाकर सर्वे कार्य प्रारंभ हुआ है ऐसे परियोजना के खिलाफत करना और बाधा बनना किसानों को बर्दाश्त नहीं होगा उनके पिताजी महासमुंद लोकसभा से सिंचाई परियोजना के नाम से चुनाव लड़े जनता ने विश्वास कर हाथों हाथ उठाया और भारी वोटो से चुनाव जिताया बांध बनाना तो बहुत दूर एक डाबरी भी नहीं बनवाया। उसके पुत्र जो इस चुनाव में बुरी तरह से तरीका से हार गए अपने खत्म हो चुके जन आधार को किसानों को गुमराह कर वापस लेना चाहते है जो बर्दाश्त के बाहर है उनके कृत्य पर किसानों द्वारा निंदा प्रस्ताव पारित किया गया किसानों ने निर्णय लेते हुए कहा कि सिकसेर का नहर परियोजना का सर्वे कार्य चल रहा है अब किसानों में आस जगा है और परियोजना को जल्द से जल्द धरातल में उतारने प्रत्येक गांव में किसानों के बीच बैठक कर सिकासेर नहर संघर्ष समिति का गठन कर संगठन तैयार करने निर्णय लिया गया उसमें से एक किसान कोर कमेटी का सदस्य होगा समिति गठन के पश्चात किसानों का बैठक कर क्षेत्र के सांसद रूप कुमारी चौधरी सानिध्य में एवं इरिगेशन विभाग के अधिकारियों के उपस्थिति में परियोजना की स्वीकृति के लिए सम्मेलन करने का भी निर्णय लिया गया बैठक में प्रमुख रूप से कोर कमेटी के सदस्य का तुलाराम चंद्राकर धर्मदास साहू खेमराज बघेल छबिंद्र पटेल प्रेम लाल यादव भुनेश्वर यादव भागीरथी निषाद चिंता निषाद प्रकाश चंद्राकर पंचकुमार निषाद तुकाराम साहू संतराम राजकुमार खेम सिंह विश्राम भूषण लाल पटेल मित्रभान पटेल पोषणलाल चंद्राकार ओम प्रकाश चंद्राकर अश्विन साहू घासी सिंह ठाकुर नेकवा साहू आदि प्रमुख किसान उपस्थित थे