समाज में दिया योगदान आज राज्य आंदोलनकारीयों एवं लोकतंत्र सेनानियों ने किया स्मरण
स्वतंत्रता के संघर्ष के सेनानी आचार्य नरेंद्र दुबे जिन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के संघर्ष के प्रेरणा स्रोत के साथ लोकतंत्र सेनानी के रूप में समाज
कुंजूरात्रे महासमुंद रायपुर 14 सितंबर 2024। छत्तीसगढ़ी भवन राज्य आंदोलनकारी स्थल हांडीपारा रायपुर में आज संध्या 5:00 बजे भारत के आजादी छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के नींव रचने वाले संघर्षकर्ता छत्तीसगढ़ के महान क्रांतिकारी,स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, लोकतंत्र सेनानी एवं छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण आंदोलन के पूरोधा आचार्य नरेंद्र दुबे जी को उनके 101वीं जयंती के शुभ अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य आंदोलनकारी छत्तीसगढ़ी समाज पार्टी के नेताओं ने स्मरण किया।उनकी जीवनी पर संक्षिप्त जानकारी देते हुए राज्य आंदोलनकारी छसपा के संगठन सचिव,लोकतंत्र सेनानी जागेश्वर प्रसाद ने कहा कि वे महान क्रांतिकारी, राष्ट्रभक्त,समाज सुधारक एवं तपोनिष्ठ हस्ती थे।वे एक आदर्श शिक्षक, मानवता के पुजारी,कुशल केडर निर्माता थे।वे प्रारंभ में पूर्णकालिक समाजवादी कार्यकर्ता थे। समाजवादी के बेनर से किसान आंदोलन के माध्यम से स्वतंत्रता आंदोलन का छत्तीसगढ़ में विस्तार किए। वे चांपा हाई स्कूल,सरायपाली हाई स्कूल,हरिहर हाई स्कूल नयापारा एवं भाटापारा हाई स्कूल में शिक्षक रहे।सभी स्कूलों में अनुशासित एवं आदर्श शिक्षक के नाम से जाने जाते थे। सन 1967 में भाटापारा हाई स्कूल से त्यागपत्र देकर “छत्तीसगढ़ी समाज” के बैनर तले छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के लिए आंदोलन को विस्तार एवं कुशल मार्गदर्शन दिए।जिसके चलते सैकड़ो समर्पित कार्यकर्ता एवं हजारों सहयोगी कार्यकर्ताओं की फौज तैयार कर आंदोलन को निर्णायक स्थिति में लाये।उनके मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ के 90 ब्लॉक पुराने 07 जिलों में संगठन को मजबूती प्रदान किया।जिसके चलते 02 दिसंबर 1978 को उनके नेतृत्व में 15 प्रतिनिधिमंडल द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई से छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के लिए वार्ता किया गया।सन 1988 में भोपाल के राज्यपाल से चर्चा किया गया। जिससे राज्य आंदोलन 24 जुलाई 2000 को राज्य गठन के निर्णायक मोड़ में पहुंचा और 01नवंबर 2000 को अटल बिहारी वाजपेई प्रधानमंत्री द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण की घोषणा हुई।ऐसे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी,समाजसेवी,लोकतंत्र सेनानी एवं छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के पुरोधा को स्मरण कर हम सब धन्य हो गए। पुष्पांजलि कार्यक्रम में दाऊ जी.पी. चंद्राकर,दीनदयाल वर्मा,जागेश्वर प्रसाद,अनिल दुबे,लालाराम वर्मा,चेतन देवांगन, बुधराम सिंह कंवर,अशोक कश्यप, गोवर्धन वर्मा,श्यामूराम सेन,अशोक यादव,राजेश कुमार, जे.आर यादव, अनिल चंद्राकर,भारत यादव प्रमोद कुमार आदि कार्यकर्ता शामिल हुए।
अशोक कश्यप उप संगठन सचिव मो.90090-87379