राजिम, चिंगरौद और बम्हनी व जिला मुख्यालय को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग
कुंजूरात्रे महासमुंद जिला मुख्यालय से महज 10 किमी दूर बम्हनी-चिंगरौद को जोड़ने वाला सितली नाला में बना पुल मानसून की पहली ही बारिश में दो बार फिर टूट गया है। पुल के एक छोर से दूसरे छोर तक करीब तीन फीट के गड्ढे बन गए थे जिस पर एक बार फिर विभाग ने थूक पालिश किया है। यहाँ वाहन चालक जान जोखिम में डालकर उक्त पुल को पार कर रहे हैं। बता दें कि यह राजिम, चिंगरौद और बम्हनी व जिला मुख्यालय को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है। पिछले साल भी यह पुल बारिश में टूट गया था और पुल के दोनों तरफ 4-5 फीट गड्ढे हो गए थे। जिसे पीडब्ल्यूडी विभाग ने गिट्टी से पैक कर दिया था। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री व विभागीय मंत्री से गुहार लगाई थी लेकिन, अभी तक इस पुल की मरम्मत नहीं कराई गई है। इस साल भी पहली बारिश में पुल के दोनों तरफ फिर से गड्ढे बन गये थे जिस पर एक बार फिर विभाग ने फर्शी पत्थर के टुकड़े डालकर अपना पल्ला झाड़ लिया है, जो अब राहगीरों और वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। ग्रामीण बताते हैं कि भारी वाहनों की लगातार आवाजाही के कारण पुल क्षतिग्रस्त हुआ है। रिपेयरिंग के बाद फिर से टूट जाता है कभी भी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है। वहीं इस पूरे मामले पर पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी मौन साधे हुए हैं। जब ग्रामीणों से सूचना मिलती है कि पुल के दोनों तरफ फिर से गड्ढे हो गए हैं तो आनन-फानन में पत्थर और गिट्टी डालकर खानापूर्ति कर दी जाती है। लेकिन, अभी तक इस पुल को नया बनाने या मरम्मत कराने की पहले जान जोखिम खतर बारिश बानी रहीगी की