अवैध संबंध के करण प्रेमी प्रेमिका मिलकर अपने पति हत्या घटना को दिया जाम,
। कुंजूरात्रेमहासमुंद घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 14.12.2023 को प्रार्थी श्रीमती देविका चन्द्राकर सा. सुभाष नगर महासमुन्द ने रिपोर्ट दर्ज करया कि दिनांक 08.12.2023 को मेरे पति युपेश चन्द्राकर उम्र 42 वर्ष सा बिरकोनी हॉल सुभाष नगर महासमुन्द घर से किसी को बताये बिना कही चले गये है जिस पर थाना महासमुन्द गुम ईसांन क्रमांक 144/23 पंजीबध्द कर जॉच में लिया गया।
पुलिस की टीम के द्वारा उक्त सूचना को गंभीरता से लते हुये गुम इंसान युपेश चन्द्राकर कि पतासाजी की जा रही थी तथा अलग-अलग टीम गठित कर छोटी से छोटी जानकारी एवं परिवार संबंधि, भूमि बटवारा संबंधि एवं गुम इंसान के निजी जीवन के संबंध में जानकारी एकत्र किया जा रहा था।
*विवेचना के दौरान पता चला कि गुम इंसान युपेश चन्द्राकर की पत्नि देविका चन्द्राकर का मुकुन्द त्रिपाठी के अवैध संबंध को लेकर अक्सर वाद विवाद होता रहता था। जिसके आधार पर पुलिस की टीम द्वारा संदेही मुकुन्द त्रिपाठी को पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करना प्रारंभ किया गया। जिस पर संदेही द्वारा पुलिस को मनगणत बाते कहकर बरगलाकर गोल मोल जवाब देना लगा। जिसे कडाई एवं बारिकी से पूछताछ करने पर पुलिस पूछताछ पर अततः टूट कर अपने अपराध को नही छीपा नही सका और अपराध करना स्वीकार किया।*
*आरोपी के द्वारा बताया कि मै युपेश चन्द्राकर के घर के बगल में किराये मे रहता था और देविका का चन्द्राकर से मेरा अवैध संबंध था इस दौरान देविका के पति के गैर मौजुदगी में हम लोग अक्सर एक दुसरे से मिलते थे। मेरे घर में कई बार हमारा प्रेम संबध बना है तथा मोबाईल से बात चीत भी करते थे। मोबाईल फोन में बातचीत करते हुए देविका चंद्राकर मुझे बोलती थी कि मैं अपने पति से बहुत परेशान हो गई हूं, उसे रास्ते से हटाना है। तब हम लोग युपेश को कैसे हटाना है, योजना बनाने लगे। एक दिन देविका का पति देविका को मेरे कमरे से निकलते हुए देख लिया था। उसी दिन से वह हमारे उपर शक करने लगा था। उसका हमारे संबध के बारे में पता चल गई थी। 08 दिसंबर 2023 केा देापहर करीबन 01ः00 बजे के आसपास मेरा दरवाजा खटखटाए तो मैं निकला तो देविका और उसकी मां खडे हुए थे। मुझे देविका बताई कि युपेश काफी गाली गुप्तार कर रहा है और मेरे को तुम्हारे साथ अवैध संबंध बनाते देखा हुं बोलकर काफी झगडा कर रहा है युपेश के द्वारा देविका केा मारने के लिए डंडा उठा लिया तो डंडा देविका ने डण्डा को छिनकर अपने हाथ में लेकर उसके सिर में मार दिया। इसके बाद मुझे भी गुस्सा आया तो मैने भी उसको जोर से धकेल दिया तो युपेश सिर के बल नीचे गिर गया। इसके बाद उसकी सांसे नही चल रही थी। तब हम तीनों मिलकर उसे देविका के पलंग मंे लिटा दिए। उसके बाद मैं अपने कमरे में वापस आ गया। देविका अपनी लड़की मेधा चंद्राकर को लेने के लिए चंद्रोदय स्कूल चली गई। मै देविका कमरे के अंदर जाकर युपेश को खिंचकर बगल में स्थित अपने कमरे मेे लेकर आ गया। उसके बाद शाम करीबन 05.00 बजें के आसपास मैं देविका के द्वारा दिए गए मोबाईल से देविका को फोन कर बोला कि काम हो गया है, तुम लोग वापस घर आ जाओ। जिसके कुछ देर के बाद वो लोग वापस आ गए। मैं पारख प्लास्टिक से नायलोन की एक बण्डल रस्सी व प्लास्टिक झिल्ली खरीदकर लाकर अपने कमरे में रखा था। तब हम तीनों मिलकर उसके मुंह को एक सफेद कपडे से बांध दिए। उखरू बैठाकर रस्सी से कसकर चारों तरफ से उसको अच्छे से बंाध कर युपेश की लाश को बोरी में भरकर अपने कमरे में रखे एक पुराना टंªक नुमा पेटी में जिसमें युपेश की लाश को भरकर अपने घर में रख दिया था। दिनांक 10 दिसंबर 2023 दोपहर करीबन दो ढ़ाई बजे मैं एक रिक्शा वाले को लाकर पेटी को अपने कमरे से खिंचते हुए निकाल। इसके बाद मैं पेटी बक्से को रिक्शा में डालकर सीधे लोहानी बिल्डिंग अपने किराए के आफिस में ले जाकर रख दिया। लोहानी बिल्ंिडंग के कमरे में पेटी बक्शा को रखकर कमरे का ताला लगाकर आसपास वापस अपने कमरा आ गया। वापस निकलने से पहले लोहानी बिल्डिंग में बगल में कुछ काम चल रहा था, जहंा पर रापा, गैंती, सब्बल, टंगिया व धमेला रखा था। जिनसे लेकर कमरे में रख दिया था। रात में वेदिका अपनी बच्ची को सुलाकर वेदिका के साथ मिलकर लोहानी बिल्डिंग ऑफिस के अंदर का तीसरे कमरे को करीबन 05 फीट का गढढा किया। रात में गडढा खुदाई करने के बाद हम दोनो कमरे का ताला लगा कर रात में हम दोनों वापस अपने घर आ गए। फिर मैं दूसरे दिन दिनांक 11.12.2023 को देविका के साथ जाकर दुकान से नमक का बेारी खरीदा और लोहानी बिल्डिंग जाकर सारा नमक को निकाल कर गडढ़ा में डालकर शव को पेटी से निकालकर साथ डाल दिया। फिर गडढे को मैं देविका के साथ पाटकर वापस आ गए। घटना में और भी विवेचना की जा रही है।*
*आरोपीगण के कब्जे से घटना में प्रयुक्त रापा, गैंती, सब्बल व धमेला जप्त कर आरोपी (01) मुकुन्द त्रिपाठी पिता स्व. भुवनेश्वर प्रसाद त्रिपाठी उम्र 45 वर्ष सा. नया रावण भाठा, महासमुन्द(02) देविका चन्द्रकार पति युपेश चन्द्राकर उम्र 40 वर्ष सा. बिरकोनी, महासमुन्द हाल सुभाष नगर महासमुन्द के विरूध्द अपराध धारा 302, 201, 34 भादवि के तहत् थाना सिटी कोतवाली महासमुन्द मे कार्यवाही की गई।*
*यह संर्पूण कार्यवाही महासमुन्द पुलिस के द्वारा की गई।*
*गिरफ्तार आरोपी:-*
*(01) मुकुन्द त्रिपाठी पिता स्व. भुवनेश्वर प्रसाद त्रिपाठी उम्र 45 वर्ष सा. नया रावण भाठा, महासमुन्द।*
*(02) देविका चन्द्रकार पति युपेश चन्द्राकर उम्र 40 वर्ष सा. बिरकोनी, महासमुन्द हाल सुभाष नगर महासमुन्द।*