रिपोर्टर कुंज कुमार रात्रे
महासमुन्द: छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। प्रदेशभर के लगभग 16,000 कर्मचारी तथा महासमुन्द जिले के करीब 550 स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल में शामिल हैं। आंदोलन के चलते जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह ठप पड़ा है..
सभी एन एच एम कर्मी द्वारा तिरंगा यात्रा लोहिया चौक से गाँधी चौक तक तिरंगा झंडा लहराते हुये, नियमितीकरण का नारा लगाया गया. मोदी जी के गरांटी 100 दिन के अंदर सरकार बनने पर नियमितीकरण का वादा आज विफल हो रही है जिसके कारण छत्तीसगढ़ राज्य सरकार की छवि धूमिल होती नजर आरही है.
एन एच एम साथी ने महामहिम राष्ट्रपति, माननीय प्रधानमंत्री, माननीय केंद्रीय स्वास्थ्य, एवं महामहिम राजयपाल, माननीय मुख्यमंत्री, माननीय स्वास्थ्य मंत्री और माननीय ओ पी चौधरी जी को दस सूत्रीय मांगो का लिखित रूप में पोस्ट कार्ड के माध्यम से पत्र चार किया गया.
सभी एन एच एम साथी ने राष्ट्रगान का सम्मान करते हुये गाया गया ततपश्चात् माननीय श्री विनय लंगेह कलेक्टर महोदय के माता जी श्रीमती संतोष कुमारी का स्वर्गवास हो गया उनके आत्मा को शांति के लिए, परिवार को प्रबल शक्ति हेतु ॐ शांति से सुरुवात कर शोक सभा, श्रद्धांजलि आयोजित किया गया.
धरना स्थल में जिले के सभी ब्लॉक पदाधिकारी, पहुँचे थे. जिलाध्यक्ष महासमुन्द राम गोपाल खूंटे ने कहा—
“जब तक कर्मचारियों की मांगें पूरी नहीं होंगी, आंदोलन जारी रहेगा।”
10 सूत्रीय कर्मचारियों की मुख्य माँगें:- नियमितीकरण/सिविलियन, ग्रेड पे लागू करना, पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना, 27% लंबित वेतनवृद्धि का आदेश जारी करना, मेडिकल अवकाश एवं अन्य स्वीकृत लाभों को लागू करना सहित 10 सूत्रीय माँग हैं.
प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित मिरी, डॉ. रवि शंकर दीक्षित एवं जिलाध्यक्ष महासमुन्द ने बताया कि कई बार मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर कर्मचारियों ने अपनी जायज मांगें रखीं, लेकिन लगातार अनदेखी की गई। यहाँ तक कि स्वीकृति मिलने के बावजूद आदेश जारी नहीं किए गए, जिससे कर्मचारी आंदोलन करने को विवश हुए।
हड़ताल से प्रभावित सेवाएँ
मरीजों को दवाइयाँ उपलब्ध नहीं, संस्थागत प्रसव प्रभावित, जिले के मेडिकल कालेज के ओपीडी सेवा हुआ बाधित औसत से कम मरीजों को मिला लाभ,
नवजात शिशु वार्ड व पोषण आहार केंद्र बंद
शुगर, ब्लड टेस्ट, ट्रूनाट, सीबीनाट, बलगम टेस्ट व नेत्र जाँच ठप हो गया मरीज दर दर भटक रहा है.
स्कूल एवं आंगनबाड़ी स्वास्थ्य परीक्षण बंद
रूटीन टीकाकरण पूरी तरह प्रभावित
टीबी, मलेरिया, कुष्ठ, मानसिक स्वास्थ्य, तम्बाकू नियंत्रण, एन सी डी कार्यक्रम जैसी बीमारियों के मरीजों को दवाइयाँ नहीं मिल रहीं
स्वास्थ्य विभाग की सभी ऑनलाइन एंट्री कार्यवाही ठप
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कई उप स्वास्थ्य केंद्र व अस्पतालों में तालेबंदी, जिसमें सी एच सी, पी एच सी, सब सेंटर आरोग्य मंदिर में ताला लगा पाया गया.
छत्तीसगढ़: एन एच एम स्वास्थ्य कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल में जिला अध्यक्ष बी जे पी माननीय श्री येत राम साहू ज़ी को 10 सूत्रीय मांगो को लेकर बी जे पी कार्यलय महासमुंद में ज्ञापन सौपा गया.
एन एच एम महिला कर्मचारियों के द्वारा मेंहदी लगा नियमितीकरण कि मांगे को रखा गया.
आंदोलन में प्रमुख रूप से उपस्थित…..जिलाध्यक्ष रामगोपाल खूंटे, डॉ देवेंद्र साहू, ऐकेश्वर शुक्ला, डॉ मधुराज देवांगन, डॉ बी एल मिश्रा, अनसुमन चंद्राकर, डॉ कुलेश्वर मरकाम, सुरेन्द्र चंद्राकर, हेमकुमार सोनकर, ढोलचंद नायक, जयकांत विश्वकर्मा, डॉ अनुपमा दास, प्रदीप साहू, संगीता सोनवानी, लोकेश प्रधान, परमेश्वर सेन, प्रवीण नागदेवे, दुधेश पटेल, पूर्णिमा चंद्राकर, घनश्याम पटेल, हिरेन्द्र कर, कमला तांडी, विजय सिंह, पुष्पा महिलाँग, कविता चंद्राकर, त्रिवेणी, मेघा ताम्रकार, अँसुया कुर्रे, रविंद्र कायशयकर, डिगेश्वरी साहू, आकांक्षा, घृतलहरे, प्रियंका ग्वाल, विजय लक्ष्मी, देव कुमार डडसेना, पल्ल्वी, विनय नाग, ओंकार पाठक, नम्रता साहू, यूनिकेश सिन्हा, खोमन लाल साहू