संपादक कुंज कुमार रात्रे
महासमुंद जगनाथी शिशु विद्या मंदिर एवं अमृत बाई हाई स्कूल स्टेशन रोड महासमुन्द के संयुक्त तत्वाधान में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में माननीय पूनम चन्द्राकर जी (पूर्व राज्यमंत्री छ.ग. शासन) उपस्थित रहें। कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय अलोक चन्द्राकर जी (पर्व जिलाध्यक्ष कांग्रेसपार्टी) विशिष्ट अतिथि के रूप में माननीय चन्द्रमणी चन्द्राकर जी एवं संदीप दीवान जी उपस्थित रहें। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्या की देवी माँ सरस्वती की पूजा अर्चना से की गई। सभी अतिथियों ने अपने अपने उद्बोधन में विद्यालय की प्रगति और संर्वागिन विकास के लिए शुभकामनाएँ दी। संस्था के संचालक राकेश चन्द्राकर जी द्वारा विद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए विद्यालय की गतिविधियों के बारे में बताया, संचालक महोदय ने पालकों से आग्रह किया कि अच्छी शिक्षा और संस्कारों के लिए अपने बच्चों को विद्यालय में प्रवेश कराये। सम्मानीय पूनम चन्द्राकर जी विद्यालय के समस्त छात्र छात्राओं को विशेषकर दसवीं के छात्र छात्राओं को परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की शुभकामनाएँ दी। और विद्यालय के निरंतर विकास और अच्छी शिक्षा के लिए शिक्षकों को बधाई दी और पालकों को भी बधाई दी, कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि संदीप दीवान जी हमारे छोटे छोटे बच्चों के द्वारा उनकी प्रस्तुति को देखते हुए विद्यालय में हर वर्ष ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रम होना चाहिए। जिसमें पढ़ाई के साथ साथ संस्कृति की जान पहचान और ज्ञान का विकास होता है ऐसा कहा। विशिष्ट अतिथि चन्द्रमणी चन्द्राकर जी ने अपने उद्बोधन में कहा- माता पिता को बच्चों की रूचि जिस क्षेत्र में उन्हें पढ़ाई के लिए उसी क्षेत्र में उसी क्षेत्र में प्रेरित करना चाहिए। ऐसा कहा। कार्यक्रम में अध्यक्षता कर रहे माननीय अलोक चन्द्राकर जी (पर्व जिलाध्यक्ष कांग्रेसपार्टी) के द्वारा एकता में बल को बताया गया तथा आज वो जिस मुकाम पर है, स्कूल से वहाँ तक की यात्रा को भली भाँती बताया गया। उनके द्वारा बच्चों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया गया
कक्षा 6वीं, 7वीं, 8वीं, 9वीं, 10वीं के बच्चों द्वारा ‘बारहमासी नृत्य’ ने हमारे सभी त्योहारों को परिभाषित करते हुए दर्शकों का मन मोह लिया, छोटे छोटे बच्चों के द्वारा प्रस्तुत भुमरौ, साउथ डांस, पंजाबी डांस, बेंगॉली डांस, स्वागत डांस, तौबा तौबा, छत्तीसगढ़िया व कक्षा 10वीं के बच्चों द्वारा माता पिता को समर्पित ‘तुझमें रब दिखता हैं’ वाले गीतों ने दर्शकों को भावुक बनाया वहीं ‘धुम मचाले” गीत में बच्चों ने बहुत तालियां बटोरी। “जेन रखे तीर कमान आदिवासी नृत्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
कक्षा नर्सरी, पी.पी. वन, पी.पी. टू कक्षा पहली व दूसरी के नन्हें मुन्ने छोटे बच्चों द्वारा हम इंडिया वाले, ओ मॉ, पुष्पा 2, संबलपुरी जैसे गीतों ने पुराने यादों को ताजा किया वही हट्टा कट्टा मोबाइल डांस ने हमे संदेश देते हुए दर्शकों को यह बताया कि वर्तमान में सारी दुनिया मोबाइल के पिछे दीवानी हैं। सपने छोटे हो या बड़े पुरे होने चाहिए शिक्षा के महत्व को दर्शते हुए बच्चों के द्वारा ‘हमें पढ़ना है लिखना है”, “मैं तैयार हूँ’ जैसे गीतों ने दर्शकों को अपने स्थान से उठने नहीं दिया। नन्हें मुन्ने बच्चों की प्रस्तुति को दर्शकों ने बहुत सराहा।इसके साथ ही Old is gold गीतों में ‘तुमको पिया दिल दे दिया’ जैसे गानों में कक्षा 8वीं धनु सारथी व गायत्री सागर ने बहुत तालियां बटोरी और दर्शकों का मन मोह लिया, विभिन्न गीतों में बच्चों के द्वारा दी गई भूत डांस दर्शकों को बहुत भाया। कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति में ‘अई गिरि नंदिनी ने सकारात्कता को दर्शाते हुए दिर्शकों द्वारा सराहा गया और सभी ने बहुत तालियां बजाई।
कार्यक्रम के संचालनकर्ता कु. नेहा बंजारे द्वारा हिन्दी व छत्तीसगढ़ी में शेरो शायरी से भरा मंच संचालन दर्शकों के मन मोह लिया। इस सांस्कृतिक संध्या पर विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिका अब्दुल निसार खान सर, कु. भावना पटेल मैडम, अमीषा पटेल, मेघा चन्द्राकर, पिंकी चन्द्राकर, लिलिमा वैष्णव, नंदनी साहू तथा नंदिनी चन्द्राकर मैडम सभी शिक्षक शिक्षिकाओं ने कार्यक्रम में अपना भरपूर सहयोग दिया।
प्राचार्य / प्रधानाचार्य सुश्री शाहिदा कुरैशी मैडम ने मंच आसीन अतिथियों को धन्यवाद दिया और सभी दर्शकों अभिभावकों को धन्यवाद व आभार प्रकट करते हुए कार्यक्रम की समाप्ति राष्ट्रगान के साथ किया गया।