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सोमनाथ की रिहाई पर सतनामी समाज ने आतिशबाजी के साथ किया स्वागत 

जिला में समाज के साथ हुई विभिन्न घटनाओं पर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने के कारण पुलिस ने निर्दोषो को टारगेट किया -सोमनाथ 

संपादक कुंज कुमार रात्रे महासमुंद – बलौदा बाजार आगजनी कांड के आरोप में 9 माह से सेंट्रल जेल रायपुर में बंद रहें प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के जिला मिडिया प्रभारी व पत्रकार सोमनाथ टोंडेकर की बलौदा बाजार की सेशन कोर्ट से जमानत के बाद देर रात रिहा होकर महासमुंद आने पर सतनामी समाज के पदाधिकारियों ने आतिशबाजी कर स्वागत के साथ गृहग्राम कन्हारपुरी तक पहुंचाया। जिलाध्यक्ष दाऊ विजय बंजारे के नेतृत्व में सोमनाथ को लाने रायपुर सेंट्रल जेल में रात 10 बजे तक डटे रहेसोमनाथ टोंडेकर ने इस दौरान समाज को संबोधित करते हुए कहा कि हम लोगों ने किसी प्रकार की हिंसा व आगजनी में शामिल नहीं थे फिर भी सामाजिक पदाधिकारी होने व धरना-प्रदर्शन में केवल शामिल मात्र होने के कारण महासमुंद जिला से छः लोगों की गिरफ्तारी की गई।जिसमें दिनेश बंजारे व जिलाध्यक्ष विजय बंजारे की जमानत हाईकोर्ट से होने पर पहले ही रिहाई हो गई है। बाकी सभी निर्दोष साथी न्यायालय के माध्यम से जेल से बाहर आयेंगे। सरकार ने सतनामी समाज के आवाज को दबाने के लिए निर्दोष पदाधिकारियों की गिरफ्तारी किया है। महासमुंद में समाज के साथ हो रहे अन्याय अत्याचार के खिलाफ प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के लोग शासन प्रशासन से न्याय दिलाने के लिए सक्रिय रहे। सेवाती हत्याकांड व मोखा प्रकरण ,नीजि हास्पिटल में हुई महिला मरीज की मौत व अन्य मामलों में पुलिस दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही समाज के सक्रियता के कारण किया नहीं तों मामले को दबाने की प्रयास किया गया था जिसके कारण महासमुंद के पुलिस द्वारा बलौदा बाजार प्रकरण प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के पदाधिकारियों को टारगेट कर नाम बलौदा बाजार पुलिस को दिया।लेकिन इससे हम डरने वाले नहीं हैं बलिदानी राजा गुरु बालकदास जी के अनुयाई हैं अन्याय के विरोध व समाज के हक अधिकार के लिए संवैधानिक अधिकारों की लड़ाई लड़ते रहेंगे। निर्दोष होते हुए भी जेल जाने से हमारे हौसले और मजबूत हुआ है।

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