छत्तीसगढ़

जंगली जानवरों के भय और असुरक्षा की भावना से मिला छुटकारा 

संपादक कुंज कुमार रात्रे महासमुंद 10 जनवरी 2025/ महासमुंद जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत डुमरपाली के आश्रित ग्राम रामपुर में रहने वाली 35 वर्षीय कुमारी बाई कमार का जीवन चुनौतियों और संघर्षों से भरा हुआ था। पति के असामयिक निधन के बाद अपने बच्चों की परवरिश और परिवार की जरूरतों को पूरा करना उनके लिए कठिन था। जीविका चलाने के लिए कुमारी बाई बांस के सामान बनाकर थोड़ी-बहुत आमदनी करती थीं। लेकिन यह आय बेहद सीमित थी, जो परिवार की जरूरतों को पूरा करने में नाकाफी थी। गांव के पास जंगल होने के कारण हर समय जंगली जानवरों का भय बना रहता था। एक पक्का और सुरक्षित घर बनाना उनके लिए महज एक अधूरा सपना था। लेकिन उनके जीवन में तब बदलाव आया जब ग्राम पंचायत ने उन्हें प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाभियान योजना (पीएम-जनमन) के तहत आवास स्वीकृत किए जाने की सूचना दी। यह खबर उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं थी। इस योजना के तहत उन्हें एक पक्का और सुरक्षित आवास मिला। अब वह अपने बच्चों के साथ एक सुरक्षित और भयमुक्त जीवन जी रही हैं। जंगली जानवरों का डर और असुरक्षा की भावना अब अतीत बन चुकी है।कुमारी बाई को सरकार की अन्य योजनाओं का भी लाभ मिला है, जैसे कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन, आयुष्मान भारत कार्ड के तहत स्वास्थ्य सेवाएं, सुरक्षा पेंशन राशि भी मिल रही है, जिससे उनके घर की अन्य ज़रूरतें पूरी हो रही हैं। बिजली कनेक्शन, पक्का शौचालय और नल कनेक्शन इन सभी योजनाओं ने उनके जीवन में व्यापक बदलाव लाया है और उनके परिवार के लिए एक बेहतर और सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित किया है।

सरकार की विभिन्न योजनाओं से जुड़ने से कुमारी बाई के परिवार के जीवन स्तर में व्यापक सुधार हुआ है। आयुष्मान भारत कार्ड से अब उनका परिवार स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ आसानी से उठा सकता है। बैंक खाते और आधार कार्ड के माध्यम से उन्हें सीधे सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि गांव में जीवन की बुनियादी सुविधाओं के लिए नलजल योजना और बिजली की सुविधा भी मिल रही है, जिससे उनके दैनिक जीवन की कठिनाइयां कम हुई हैं।

कुमारी बाई ने अपनी नम आंखों और भावुक हृदय से प्रधानमंत्री जन-मन योजना के तहत मिले लाभ के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त करती हैं। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाभियान योजना ने न केवल मुझे और मेरे बच्चों को सिर ढकने की छत दी है, बल्कि हमारे जीवन में नई आशा और आत्मविश्वास भी भर दिया है। यह योजना गरीब, वंचित और संघर्षरत जनजातीय परिवारों के लिए एक संजीवनी साबित हो र

ही है।

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