छत्तीसगढ़

ढाई साल में किए गए कामों, और अधूरे रह गए वादों को लेकर क्या है लोगों का नजरिया प्रकाश

घर-घर संपर्क यात्रा" के जरिए पहुंचेंगे नागरिकों तक फीडबैक जानने

संपादक कुंज कुमार रात्रे महासमुंद । नगर पालिका में ढाई साल के मेरे कार्यकाल में शहर के नागरिकों की समस्या को मैंने बहुत ही करीब से देखा, और समझा है। उन समस्यों के समाधान के लिए हर संभव ईमानदार कोशिश मैंने किया। नगर विकास में शहर के नागरिकों से रायशुमारी कर जो सुझाव मुझे मिले, उससे मुझे बेहतर काम करने की प्रेरणा मिली है। इसी फीड बैंक को जानने मकर संक्रांति 15 जनवरी से हम “घर-घर संपर्क यात्रा” की शुरुआत करने जा रहे हैं। इस यात्रा के जरिए जानेंगे कि हमारे ढाई साल का कार्यकाल, फिर उसके बाद के ढाई साल में नगर विकास और मूलभूत सुविधाओं में क्या अंतर नागरिकों ने पाया है। और नगर विकास में नागरिकों की भागीदारी कितनी होनी चाहिए, यह उन्हीं से जानेंगे। इसलिए हम “हर घर संपर्क यात्रा” को सशक्त माध्यम मानकर डोर टू डोर नागरिकों से मिलेंगे।

मेरे ढाई साल के कार्यकाल में नगर विकास के जो खाका तैयार किया था किसी कारणवश उससे हम चुक गए। लेकिन इसके बावजूद नगर पालिका का आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के बाद भी सीमित संसाधनों से नगर पालिका के मूलभूत सुविधाओं को आमजन तक पहुंचाया है। मानव जीवन में सबसे आवश्यक वस्तूओं में एक पानी है। नागरिकों को पानी की किल्लत से जूझना ना पड़े इसके लिए हमने कबाड़ से जुगाड़ कर नगर की लगभग 80 हजार आबादी को भीषण गर्मी में तीन टाईम पानी सप्लाई कर नगर को टैंकर मुक्त पेयजल की
मुहैया कराया। हालांकि हमारे लिए यह कर पाना आसान नहीं था, फिर भी ईमानदारी के साथ हिर बनते चले गए और उसमें हम सफल भी हुये। हम सब के बीच एक ऐसा भी बुरा दौर आया था थी है वैरिक्क महामारी कोरोना। ऐसे प्राकृतिक आपदा में नगर धैर्यशील नागरिकों का साथ मिला इसका सामना किया। हमने नगर वासियों को निःशुल्क मास्क, सेनेट्राइजर, सूखा राशन का वितरण कर विपदा की घड़ी का मिलकर सामना किया। और वैश्विक महामारी से उबरने में सफल रहे। इस बीच बहुतों ने अपनों को खोया हैं जिसका दुःख है। इसके अलावा शहर के मध्य स्थित नेशनल हाईवे के डिवाईडर पर हाईमास्क स्ट्रीट लाइट लगवाकर शहर को एक नई पहचान देने का काम किया है, शहर की अव्यवस्थित ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने हेतु एक निजी कंपनी से अग्रीमेंट कर नो लॉस नो प्रॉफिट की तर्ज पर मुख्य चैराहों जैसे नेहरू चौक, अम्बेडकर चौक, बारौडा चौक पर ट्रैफिक सिग्नल लगाकर शहरवासियों को समर्पित किया। पुराना सिविल लाइन स्थित खाली पड़े एसडीएम निवास को नगर पालिका के नए भवन हेतु प्राकल्लन तैयार कर सरकार से पत्राचार किया। मुख्य मार्ग स्थित फुटपाथ व्यवसायियों को व्यवस्थापन के तहत एक सीमित शुल्क में टाउनहॉल के सामने शासकीय भूमि पर दुकानों का निर्माण कर व्यवस्थापन की प्रक्रिया प्रारंभ किया। मूलभूत सुविधाएं सड़क, पानी, बिजली तथा सफाई हेतु अपने ढाई साल के अल्पकालिन कार्यकाल का आंकलन अब मेरे द्वारा नहीं इस शहर की 80 हजार आबादी करेगी। और जो वादे अधूरे रह गए हैं उसे लेकर नागरिकों का क्या राय है उसे जानने घर-घर संपर्क यात्रा की शुरुआत करने जा रहे हैं।प्रकाश चंद्राकर पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका परिषद, महासमुंद व पूर्व पार्षद राजेश चन्दाकर, गोपाल चन्दाकर,राजू बाघमारे आदि उपस्थित थे ।

 

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