मैंने नगर की शांति के लिए गिरफ्तारी दी, उन्होंने शहर को अशांत किया : पंकज
संपादक कुंज कुमार रात्रे महासमुंद। पूर्व पार्षद, समाज सेवी पंकज साहू को हाईकोर्ट से जमानत मिलने पर नगर के प्रबुद्ध जनों व समर्थकों ने आतिशबाजी के साथ जोशीला स्वागत किया। नगर के आंबेडकर चौक में ढोल ताशे के साथ उन्हें पुष्पमाला पहनाकर कांग्रेस भवन के पास नेहरू चौक तक नारेबाजी करते हुए लाया गया
नेहरू चौक में अपने स्वागत से अभिभूत साहू ने नगर जनों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें जेल भेजा गया। पालिका में जो कुछ भी हुआ उससे पूरा शहर वाकिफ है, कैसे मेरे साथ मारपीट करके मुझ पर झूठा आरोप लगाया गया। पालिका में भ्रष्टाचार का इबारत गढ़ने वालों ने अपनी निजी स्वार्थ के लिए शहर के जनता को परेशान किया। नागरिकों को पानी, बिजली, सफाई जैसे मूलभूत सुविधाओं से वंचित किया गया। 5 पानी टंकियों से 25 लाख लीटर पानी को नाली में बहा दिया गया पालिका के भ्रष्ट जनप्रतिनिधि की इस तानाशाही रवैए को महासमुंद की जनता कभी नहीं भूलेगी। स्वार्थी लोगों के कर्मों की सजा नगर के लोगों को न मिले तथा नगर वासियों को परेशानी न उठानी पड़े इसलिए स्वयं थाने में जाकर आत्म समर्पण कर दिया। आज 17 दिन जेल में रहने के मैं बाहर आया हूं। मैंने नगर की शांति के लिए काम किया, उन्होंने नगर को अशांत और परेशान किया। कुछ माह बाद निकाय चुनाव है, मेमने की खाल में छुपे ये भेड़िए फिर आपके पास होठों में मुस्कान लिए वोट मांगने आएंगे, तब बाजी आप सभी नगर वासियों के हाथ में रहेगी। इन्हें मुहतोड़ जवाब देना होगा। अंत में श्री साहू ने सभी को प्रणाम करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ तथा नगर वासियों के हित के लिए मेरी लड़ाई सदैव जारी रहेगी।