प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के मुख्यालय माउंट आबू से राजयोग विषेशज्ञ ब्रम्हा कुमार भगवान भाई जिला जेल में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए
पत्रकार कुंजूरात्रे महासमुंद। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के मुख्यालय माउंट आबू से राजयोग विषेशज्ञ ब्रम्हा कुमार भगवान भाई जिला जेल में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा ये कारागृह नहीं अपितु सुधार गृह होना चाहिए इसमें कैदीयों को शिक्षा केलिए नहीं सुधार के लिए रखा है इस कारागृह को संस्कार परिवर्तन का केन्द्र बना लो यह कारागृह आपकेजीवन को सुधार लाने हेतु तप स्थल है इसमें एक दूसरे से बदला लेने के बजाय स्वयं को बदलना है बदला लेने से समस्या और बढ़ जातीहै बदला लेनेके बजाए स्वयं को बदलने की प्रवृत्ति रखनी है मनुष्य जीवन बड़ा अनमोल है उसे व्यर्थ कर्म करके व्यर्थ में नहीं गवना हैं मजबूरी को परीक्षा समझकर उसे धैर्यता और सहनशीलता सी पर करना है तू अनेक दुखों और धोखे से बच सकते हैं , भाई जी कैदीयों को कर्म गति और व्यवहार शुद्धि पर बोल रहे थे उन्होंने कहा कारागृह के इस एकान्त स्थान पर बैठकर स्वयं को परिवर्तन करने के लिए सोचे मैं इस संसार में क्यों आया हूं मेरेजीवन का उद्देश्यक्या है मुझे परमात्मा ने इस संसार में किस उद्देश्य से भैजा है मैं यहां आकर क्या कर रहा हूं ऐसी बातों का चिन्तन करने से संस्कार व्यवहार परिवर्तन होगा उन्होंने। कहा जीवन में परिवर्तन लाकर श्रेष्ठ चरित्रवान बनने का लक्ष्य रखना है तब कारागृह आपके लिए सुधारगृह साबित होगा हमारे जीवन से काम क्रोध लोभ मोह अहंकार ईर्षद्वेष नफरत आदि बराइयों को खदेड़कर अपनी आन्तरिक बुराईयों को निकालना है बुराईयों को दूर भगाना है लड़ना झगड़ना चोरी करना लालच लोभ यह मनोविकार तो हमारे दुश्मन है जिसके आधिन होने से हमारे मान-सम्मान को ठेस पहुंची है इन अवगुणों और बुराईयों ने हमें कंगाल बनाया है इनसे दुर रहना है भाई जी ने कहा हम किसके बच्चे हैं जिस परमात्मा के हम बच्चे हैं शांति का सागर दयालु कृपालु क्षमा का सागर है हमें ऐसा कोई काम नहीं करना है जो धर्मराज पुरी में पछताना पड़े सिर झुकाना पडे इससे हमारे आपराधिक प्रवृत्ति में परिवर्तन आयेगा , राजयोग शिक्षिका ब्रम्हा कुमारी सुमन ने कहा मनुष्य ने विषय वासनाओं की चादर ओढ़ी हुई है जो भगवान से बेमुख कर देती है यदि भगवान को सर्व सम्बन्धो से याद किया जाए तो भगवान से शक्ति आएगी और तन मन खुशी से भर जाएंगी जेल अधीक्षक पूजा तिर्की एवं सहायक उप अधीक्षक मुकेश कुशवाहा जी ने कार्यक्रम के लिए ब्रम्हाकुमारीज का धन्यवाद किया और अन्त में भगवान भाई जी ने राजयोग मेडिटेशन कराया