छत्तीसगढ़

आस्था का गुरुपर्व पर शिशु मंदिर प्रांगण में वृक्षारोपण किया

कुंजूरात्रे महासमुंद ,21जुलाई। आज गुरु पूर्णिमा पर्व की सुबह आस्था सोशल संस्था महासमुंद ने पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम अंतर्गत सरस्वती शिशु मंदिर महासमुंद में नगर पालिका अध्यक्ष राशि महिलांग की उपस्थिति में वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर श्रीमती महिलांग ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा करना आवश्यक है। क्योंकि यह दुनिया के सभी जीवों के लिए जरूरी है। कुछ शोधकर्ताओं के अनुसार पर्यावरण संरक्षण का महत्व उन प्रजातियों की विविधता को संरक्षित करने में मदद करना है जो ग्रह प्रकृति और लोगों के लाभ के लिए साझा करता है। समाजसेवी तारिणी चंद्राकर ने पर्यावरण के महत्व पर कहा कि पर्यावरण संरक्षण से वायु, जल और भूमि प्रदूषण कम होता है। उन्होंने कहा कि जैव विविधता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्यावरण संरक्षण का बहुत महत्व है। सभी के सतत विकास के लिए पर्यावरण संरक्षण महत्वपूर्ण है। पत्रकार उतरा विदानी ने कहा कि मां के गर्भ में हमें उनकी नाल से प्राणवायु मिलता है और जब हम बाहर आते हैं तो ये पेड़ ही हमें सांसें देते हैं। पेड़ हमारे सुख-दुख का सबसे बेहतरीन गवाह होता है। हमारे ग्रह को ग्लोबल वार्मिंग जैसे हानिकारक प्रभावों से बचाने के लिए पर्यावरण संरक्षण बेहद महत्वपूर्ण है। संस्था के अध्यक्ष विपिन मोहंती ने पर्यावरण संरक्षण के उपाय को बताते हुए कहा कि घरों से निकलने वाले दूषित जल को साफ करने के लिए बड़े-बड़े पेड़ लगाने चाहिए। फैक्टिरयों और कारखानों को नदियों से दूर कर देना चाहिए। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना चाहिए। वन संरक्षण तथा वृक्षारोपण को सर्वाधिक प्राथमिकता देनी चाहिए। इस अवसर पर सभी पदाधिकारी सदस्यों ने सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में 50 पौधे लगाए। जिनमें प्रमुख रूप से निरंजन चंद्राकर, सरिता साहू, लक्ष्मण मानिकपुरी, तुषार चंद्राकर, कामिनी चंद्राकर, प्रतिभा गिरी, भारती साहू, हिमानी, चंचल, ममता जायसवाल, शोभा शर्मा, माधुरी, लीना, आस्था, सविता, आरती, ईशा, नीलम, सुरेश व संस्था के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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