छत्तीसगढ़ पुलिस भ्रष्टाचार के अकांठ में डूबी, रायपुर पुलिस लाईन की सीबीआई जांच की मांग – अनिल दुबे
कुंजूरात्रेमहासमुंद रायपुर। कांग्रेस की भूपेश सरकार ने सत्ता को व्यापार का दर्जा दिया अधिकारी, कर्मचारी को लूट का हथियार बनाया। इसी रास्ते पर वर्तमान भाजपा सरकार चल रही है जिसने लूट का परसेन्ट बढ़ाकर भूपेश बघेल पद्धति सतनामी समाज का गुस्सा के माध्यम से सरकार चला रही है। वर्तमान बलौदाबाजार में हुए छत्तीसगढ़ी समाज फूटा जिसके पीछे भी भ्रष्टाचार, अकर्मण्य अधिकारी जो लगातार समाज के साथ हुए दुर्व्यवहार, तोड़फोड़ पर न्याय मांग रहे हैं। यही कबीरधाम जिले में झण्डा तोड़ने पर सालों भाजपा ने संपूर्ण भारत से कवर्धा में आंदोलन चलाया और चलाना भी चाहिए। लेकिन भाजपा सत्ता में सतनामी समाज या अन्य न्याय मांगता है तो भाजपा नाराज क्यों होती है?
आज सैकड़ों हमारे सतनामी भाई जेल में हैं। जिन लोगों ने वातावरण दूषित किया उसमें पुलिस अधीक्षक, जिलाधीश, सतनामी समाज का जुलूस आ रहा है और जिलाधीश भोजन करने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री जवाब दो क्या यहीं सुशासन है। इसी क्रम में लोकसभा चुनाव के समय रायपुर पुलिस अधीक्षक ने विरोधी दल के नेताओं की सुरक्षा यह कहकर निलंबित कर दी फोर्स की कमी है। मैं अनिल दुबे जिसकी सुरक्षा रायपुर पुलिस लाईन ने स्थगित कर दी थी जिस पर मैं पुलिस अधीक्षक रायपुर को नोटिस दिया और सूचना के अधिकार में मांगा उससे पता चला कि बिना फोर्स के रायपुर पुलिस लोकसभा चुनाव करा रही है।
अत्यधिक संवेदनशील लोकसभा रायपुर का चुनाव रायपुर पुलिस अधीक्षक ने फोर्स की कमी में कराया क्या इसकी जानकारी चुनाव आयोग नई दिल्ली को उन्होंने दी। पतासाजी करने पर पता चला कि नहीं। आखिर निकम्मे पुलिस अधिकारी क्या महादेव एप की वसूली के लिए रायपुर राजधानी के पुलिस अधीक्षक बनते हैं? सट्टा, अवैध शराब बिना अनुज्ञा के बारों में शराब. जमीन खाली करवाने के लिए पदस्थापना करवाते हैं? वर्तमान में हमें सूचना के अधिकार में दो बिंदुओं पर जानकारी मिली है- पहला-फोर्स की कमी के चलते सुरक्षा निलंबित किया गया। दूसरा मौखिक आदेश पर सुरक्षा वापस ली जाती है। यह जांच का विषय है। जब पुलिस लाईन रायपुर में मौखिक निर्देश पर काम हो रहे हैं ये चौकाने वाले तथ्य हैं।
सीबीआई जांच से राजधानी के पुलिस लाईन में हुए जवानों को कहां-कहां ड्यूटी लगी है यह कोई बता नहीं पायेगा। दूसरा हथियारों का समायोजन निश्चित तौर पर गड़बड़ मिलेगा। मेरी सुरक्षा 10 मई 2024 को भेजी गई जो 26 मई 2024 को छत्तीसगढ़ी भवन पहुंची और 29 मई 2024 को मुझे जानकारी प्राप्त हुई तब से मैं लगातार संघर्ष कर रहा हूं। मुझे मौखिक आदेश देने वाले अधिकारियों के नाम देने में पुलिस अधीक्षक रायपुर आनाकानी कर रहे हैं क्योंकि वे जान रहे हैं कि वे संवैधानिक रूप से अपराधी हैं। मुझे माननीय उच्च न्यायालय ने सुरक्षा प्रदान की है और अधिकारियों के मौखिक आदेश से निलंबित नहीं हो सकती यह संवैधानिक मामला है और मैं उन अधिकारियों को माननीय उच्च न्यायालय में खड़ा करना चाहता हूं।
जिससे राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था भ्रष्ट अधिकारियों के हाथ में न रहे। सदानंद एस.पी. बलौदाबाजार एक करोड़ के पेट्रोल डीजल चोर, आरिफ शेख, प्रशांत अग्रवाल पुलिस अधीक्षक रायपुर महादेव सट्टा के आर्थिक अपराधी, धर्मेन्द्र सिंह आकाश राव महासमुंद एस.पी. गांजा, सट्टा, शराब माफियों के नौकर आज भाजपा की सरकार को 6 माह हो गये भूपेश सरकार के कार्यकलाप और भाजपा सरकार के कार्यकलाप में कोई अंतर नहीं है यही स्थिति रही तो आने वाला समय भाजपा के लिए सत्ताविहीन होने का मार्ग होगा। समय रहते जागे अधिकारियों से संविधान के अनुरूप काम लें और संविधान के अनुरूप ही काम होना चाहिए। राजनीति को जो धंधा बनाये हैं वे जाग जाये