पहले दोस्ती की फिर लालच दिया, फिर करोड़ा का चूना लगा दिया। दोस्ती और लालच ने एक परिवार को करोड़ों रूपए के बैंक के कर्ज में डूबो दिया
संपादक कुंज कुमार रात्रे महासमुंद। पहले दोस्ती की फिर लालच दिया, फिर करोड़ा का चूना लगा दिया। दोस्ती और लालच ने एक परिवार को करोड़ों रूपए के बैंक के कर्ज में डूबो दिया है। अब पीड़ित परिवार पुलिस और कलेक्टर के दफ्तर के चक्कर काट रहा है। सरकारी नौकरी करने वालों को लालच देकर करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाला खुलेआम घूम रहा है और धोखाधड़ी का शिकार हुआ परिवार न्याय की उम्मीद में लगा है कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन मामले में हस्तक्षेप कर उनकी करोड़ों रुपए की राशि जो बैंक से कर्ज लिया गया है वापस हो जाए।
मामला महासमुंद जिले के तुमगांव थाने का होना बताया जा रहा है। ग्राम भोरिंग निवासी याद राम साहू, टूकेश कुमार साहू, चमन लाल साहू, बोधराम साहू और झलक राम साहू ने मिलकर महासमुंद नयापारा निवासी शिव कुमार चेलक और उसके भाई, बेटा सहित अन्य लोगों के साथ बड़ी ही चालाकी के साथ ठगी की है। चेलक परिवार ने महासमुंद एसपी और कलेक्टर को शिकायत की है और शिकायत में लिखा है कि मैं शिव कुमार चेलक पिता स्व. नारायण राम चेलक विश्वकर्मा वार्ड, वार्ड नं. 9. नयापारा, महासमुंद का स्थायी निवासी हूं, जो कि पूर्व में शासकीय प्राथमिक शाला कांपा में सहायक शिक्षक (एल.बी.) के पद पर कार्यरत था। जब भोरिंग में एच.डी.एफ.सी. बैंक का ब्रांच खुला तब स्कूल में यादराम साहू पिता खुशियाल साहू निवासी ग्राम भोरिंग, जिला महासमुंद बैंक कर्मचारी के रुप में स्कूल आये थे । शून्य बैलेंस में खाता खोलने के लिये तब से यादराम साहू से हमारा परिचय था। चूंकि महासमुंद इमलीभाठा में यादराम साहू रहते थे तो एक दूसरे के घर आना-जाना दोस्ती यारी हो गया था। यादराम साहू के द्वारा वर्ष 2019 में बार बार कहा गया कि मेरा भतीजा टुकेश कुमार साहू के साथ हम लोग ट्रेडिंग करते हैं। अच्छा मुनाफा निकाल लेते हैं। आप भी कुछ दे दो।
चूंकि उस समय हमने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिये और उनके द्वारा बार बार फोर्स करने पर उनके कार्यालय जो कि केन्द्रीय विद्यालय के सामने जे.पी. साहू के मकान में खोले थे वहां मैं यादराम साहू के साथ गया, वहां पर टुकेश कुमार साहू व बम्हनी का वैष्णव लड़का बैठा था और फिर यादराम ने मुझे कुछ लोगों का नाम बताया जैसे तुकाराम साहू बागबाहरा, पी. आर. साहू आदर्श स्कूल महासमुंद, सूरज साहू बनरसी, राजू ठाकुर रमन टोला महासमुंद इन सभी को मैं भी जानता था। फिर एक दिन यादराम साहू के साथ उनके घर भोरिंग गये उनके घर में यादराम के सबसे बड़े भाई झलकराम साहू उनके मंझले भाई चम्मन लाल साहू व उनके गनौद वाले जीजा चन्द्रकांत साहू थे। मैंने इन सभी के बीच में कहा कि यादराम व टुकेश ट्रेडिंग कर रहे हैं तो उनके जीजा व उनके भाईयों ने कहा कि हम सभी को पता है और कार्यालय सबके सहमती से खोले हैं, तो मैंने फिर कहा आपके घर का मुखिया बोधराम साहू आपको छोटा भाई को पता है या नहीं तो चम्मन ने कहा कि सभी को पता है। आप फोन से बातकर लीजिये फिर उन्हीं के मोबाईल से मैंने बोधराम साहू जो कि सुकमा में रहता है उनसे बात किया उन्होंने भी कहा कि हम सबको पता है आपका पैसा कहीं नहीं जायेगा आप निश्चिंत होकर दे सकते हो पूरे परिवार की सहमति से ट्रेडिंग का काम शुरु किये हैं। तब उनके जीजा चन्द्रकांत साहू गनौद वाले ने कहा कि गुरुजी 20 एकड़ जमीन है आरंग, महासमुंद में प्लाट है और नया रायपुर में भी है वहां का कीमत तो आपको पता ही है। आप निश्चिंत होकर दे दीजिये आपका पैसा कहीं नहीं जायेगा, यादराम साहू ने कहा कि महीने का 7 प्रतिशत देंगे और कम-ज्यादा घाटा फायदा हमारा है । महीने के पहले सप्ताह में
आपको महीने का 7 प्रतिशत देंगे और कम-ज्यादा घाटा फायदा हमारा है। महीने के पहले सप्ताह में आपके खाते में ट्रांसफर कर देंगे। तब जाकर मैंने पहले बजाज फायनेंस में लोन लेकर यादराम व टुकेश को दो लाख रुपया दिया था। जिसका मैंने 36 प्रतिशत वार्षिक ब्याज जिसका ई.एम.आई. 11000 रुपये प्रतिमाह देना पड़ता था। बाद में टुकेश ने झांसे में लेकर मेरे लड़के से भी आई.सी.आई.सी. बैंक से फायनेंस कराकर 10 लाख ले लिया। चूंकि धनंजय कियोस्क बैंक आधार से पैसा निकालने व जमा करने का कार्य करता था इसलिये आसानी से आई.सी. आई.सी.आई. बैंक ने लोन दे दिया। मार्च 2023 में घर बनाने का प्लानिंग किये तो यादराम साहू ने कहा कि आपका फायनेंस मैं कर देता हूं आपका घर ब्याज से बन जायेगा। मूलधन पड़ा रहेगा इस तरह वह सेटिंग करके अलग अलग बैंक से 25 लाख लोन कर दिया व 10 लाख हमारे पास पहले घर बनाने के लिये व्यवस्था किये थे सभी पैसे को यादराम व टुकेश को दे दिये। माह का 245000 रुपये ब्याज देना तय हुआ था, लेकिन आज तक एक बार भी पूरा पैसा नहीं दिया, मुझे प्रतिमाह 80000 रुपये लोन का किश्त भुगतान करना पड़ता है। (एच.डी.एफ.सी. बैंक में 22000 रुपये, यस बैंक में 22000 रुपये, पेसेंस बैंक में 12000 रुपये, आई.सी.आई.सी. आई. बैंक में 25000/- रुपये कुछ माह तक रिटर्न देता रहा फिर देना बंद कर दिया । यादराम के जीजा ने कुछ दिनों तक मैं दूंगा बोलकर आश्वासन देता रहा, फिर वह भी हाथ खींच लिया। लगातार यादराम व उनके परिवार के द्वारा गोलमोल जवाब देते आ रहे हैं।
हम लोगों को 14 मई 2024 को आप लोगों का पूरा हिसाब करेंगे बोलकर घर बुला लिया और महिला लोगों को चिल्लाने के लिये आगे कर दिये उनकी मंशा को भांप कर हम लोग वापस आ गये, शाम को जाकर पूरे परिवार हमारे ही नाम से तुमगांव थाने में धमकाने का सूचना दे दिये । यादराम परिवार के कृत्यों से हम पूरी तरह से डर चुके हैं। बैंक का लोन ई.एम.आई. बाऊंस हो रहा है। बच्चों का फीस नहीं पटा पा रहा हूं। घर खर्च के लिये मुश्किल हो गया है। भूखों मरने की नौबत आ गया है ।
गौरतलब है कि यादराम साहू और उनके सहयोगियों ने मिलकर महासमुंद जिले के 10 से 12 लोगों को शेयर बाजार में पैसा लगाकर करोड़ों रुपए ब्याज के रूप में लाभ कमाने का झांसा देकर सरकारी कर्मचारियों से 5 से 6 करोड़ रुपए की ठगी कर लिया गया है। ठगी का शिकार हुए सरकारी कर्मचारियों द्वारा अपना पैसा वापस करने को कह रहे हैं तो यादराम साहू उल्टा पीड़ितों को डरा धमका रहा है। पीड़ितों परिवारों ने पहले पुलिस प्रशासन और कलेक्टर से मिलकर राशि वापस दिलवाने की गुहार लगाई थी। पिछले एक माह से कुछ कार्रवाई नहीं होने पर अब पीड़ित परिवार एफ आई आर करने पुलिस को शिकायत की गई है।