राजमार्ग पर गिर रहे पत्थर, श्रद्धालुओं की मौत, 300 से अधिक गांवों से कटा संपर्क, रोकी गई चार धाम यात्रा
कुंजूरात्रे महासमुंद नई दिल्ली। जुलाई में मानसून देश के कई हिस्सों में मेहरबान है। साथ ही कुछ हिस्सों में आफत बन चुका है। पहाड़ी क्षेत्रों में हालत ज्यादा खराब है, जहां भूस्खलन के कारण राजमार्ग बंद हो गए हैं। इसके साथ ही कुछ क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात भी बन गए हैं। मौसम विभाग की मानें तो अगले दो से तीन दिन तक उत्तर पश्चिम भारत और उत्तर पूर्वी भारत में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश जारी रहेगी।
चारधाम यात्रा पर संकट
उत्तराखंड में जारी भारी बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए चारधाम यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। मौसम विभाग ने राज्य में अत्यंत भारी बारिश का अलर्ट भी जारी किया है। अधिकारियें ने ऋषिकेश और विकासनगर प्रशासन को तीर्थ यात्रियों को चारधाम यात्रा के लिए रवाना न करने के लिए कहा है।
दो लोगों की मौत
भारी बारिश के बीच उत्तराखंड में भारी भूस्खलन की घटनाएं भी देखने को मिली है। चमोली में शनिवार को बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई। वहीं, केदारनाथ मार्ग पर रुद्रप्रयाग में डोलिया देवी के समीप 20 घंटे तक 3,000 तीर्थयात्री फंस गए। भूस्खलन के कारण 300 से अधिक गांवों से संपर्क कट गया है।
बारिश और भूस्खलन के कारण ऐसे हैं हाल
भूस्खलन के कारण गंगोत्री राजमार्ग बंद
यमुनोत्री राजमार्ग भी घंटो रहा बाधित
भूस्खलन के बाद फंसे 1000 तीर्थयात्री
रुद्रप्रयाग में बढ़ा नदियों का जलस्तर
अलकनंदा व मंदाकिनी नदी खतरे के निशान से ऊपर
अमरनाथ यात्रा भी स्थगित
गौरतलब है कि इससे पहले भारी बारिश के कारण पहलगाम व बालटाल मार्ग से जाने वाली अमरनाथ यात्रा को भी स्थगित कर दिया गया था। मौसम साफ होने के बाद ही श्रद्धालुओं को रवाना किया जाएगा।
यहां होगी भारी से बहुत भारी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार आज आंतरिक दक्षिणी कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र,उड़ीसा के कुछ क्षेत्र और पूर्वी राजस्थान में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। जबकि, असम और मेघालय में 9 और 10 जुलाई को, अरुणाचल प्रदेश में 10 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।