जिला खनिज संस्थान न्यास की शाशी परिषद की बैठक में 2024 25 के लिए 30 करोड़ 10 लाख रुपए के कार्य योजना की स्वीकृति
कलेक्टर की अध्यक्षता में सांसद विधायक सहित अधिकारी गण शामिल हुए
।कुजूरात्रे महासमुन्द 02 मार्च 2024//जिला खनिज संस्थान न्यास की शासी परिषद की बैठक आज 11 बजे जिला पंचायत के सभा कक्ष में संपन्न हुई। कलेक्टर प्रभात मलिक की अध्यक्षता में हुए इस बैठक में सांसद चुन्नीलाल साहू, महासमुंद विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा, बसना विधायक संपत अग्रवाल, खल्लारी विधायक द्वारकाधीश यादव एवं सरायपाली विधायक श्रीमती चातुरी नंद, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल शामिल हुए। बैठक में अन्य सदस्य एवं संबंधित अधिकारीकरण भी शामिल हुए। बैठक में वर्ष 2024 25 के लिए 16 सेक्टर के लिए 3010 करोड़ रुपए लागत के विकास कार्यों का अनुमोदन किया गया।बैठक में कलेक्टर ने जिला प्रशासन द्वारा किए गए अभी तक के कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महिला बाल विकास अंतर्गत 489 आंगनबाड़ी केदो में विद्युतीकरण किया जा चुका है ।शहरी आंगनबाड़ी केंद्रों में भी बच्चों की सुविधा के लिए कूलर उपलब्ध कराया जा रहा है ।वहीं स्वास्थ्य केंद्रों में भी लगातार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सिकल सेल से पीड़ित 492 लोगों का उपचार किया गया है और उनमें से 243 को दिब्यांगता प्रमाण पत्र दिया गया है। कलेक्टर ने कहा कि किशोरी बालिकाओं और महिलाओं के लिए एनीमिया जांच शिविर लगाकर पूर्ण किया गया जिसमें 122528 लोगों की जांच की गई। राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिए नक्शा बटाकन काम भी किया गया। वही शासकीय आवास आवंटन के लिए ऑनलाइन प्रणाली विकसित की गई है। जिला प्रशासन द्वारा संचालित नव किरण अकादमी से अभी तक 240 बच्चे परीक्षा में सफल हुए हैं ।वहीं विशेष पिछड़ी जनजाति के 112 लोगों को नियुक्ति दी गई है। छत्तीसगढ़ भवन निर्माण एवं कर्मकार कल्याण मंडल में 9846 लोगों को लाभ दिलाया गया है ।कलेक्टर ने कहा कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष 5000 से अधिक महिला समूह को 110 करोड़ के लोन वितरित किए गए हैं। शहरों और हाट बाजारों को सुव्यवस्थित करने के लिए लगातार सफाई अभियान किया जा रहा है।तत्पश्चात जिला खनिज न्यास संस्थान की बैठक में कलेक्टर ने कहा कि उच्च प्राथमिकता के क्षेत्र का 60% राशि खर्च किया जाना होता है जबकि अन्य प्राथमिकता के लिए 40 प्रतिशत की राशि खर्च की जाती है। जिसके अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण स्वास्थ्य देखभाल, वृद्ध एवं निशक्तजन, कौशल विकास, सतत जीविकोपार्जन अधोसरंचना, युवा गतिविधि और ऊर्जा एवं जल विभाजक संबंधी कार्यों का अनुमोदन किया गया ।जिसकी लागत 3010 लाख रुपए है ।बैठक में 2023_ 24 के सेक्टरवार पूरक कार्ययोजना और 22_ 23 के वार्षिक प्रतिवेदन का भी अनुमोदन किया गया इस दौरान विधायकों ने खनिज, पेयजल, स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण सुझाव भी रखें। कलेक्टर ने उनके सुझावों पर अमल करने का भरोसा दिलाया।