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महिलाओं का नशा मुक्ति अभियान, बनाने, बेचने और पीने वालों पर लगेगा, शराब बेचने वाले जुर्माना ग्रामीण 

रिपोर्टर कुंज कुमार रात्रे महासमुंद : छत्तीसगढ़ के रायपुर संभाग के महासमुंद जिले में अब नशे के खिलाफ खुलकर आवाज बुलंद कर रहे हैं और लोगों से नशे को त्यागने की अपील कर रहे हैं. दरअसल महासमुंद विकासखंड क्षेत्र के बेलटुकरी पंचायत के अमावश में एक प्रेरणादायी तस्वीर देखने को मिली, जहां ग्रामीणों ने नशे के दुष्प्रभाव को समझते हुए सामूहिक रूप से नशा मुक्ति अभियान की शुरुआत की. गांव में रैली निकालकर लोगों को नशा मुक्ति का संदेश दिया गया. इस दौरान सभी ने मिलकर नशा छोड़ने और नशामुक्त समाज बनाने की शपथ भी ली. ग्रामीणों ने यह भी तय किया कि गांव में अब शराब बनाने और पीने वालों पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. उनकी यह सकारात्मक पहल आने वाली पीढ़ी को नशे के चंगुल से बचाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी.

ग्रामीणों का कहना है कि हमारा गॉव, जो नशे की गर्त में डूब रहा है. मदिरा सेवन से इसी गांव के कई लोग सड़क दुर्घटना में असमय काल के गाल में समा गए. महिलाओं का कहना है कि नारी शक्ति गांव में किसी को देसी शराब बनाने बेचने नहीं देंगी और न ही पीने देंगी. शराब पीने वालों को समझाया जाएगा. सुनीता ने कहा कि गांव की महिलाएं अब शराब के खिलाफ एकजुट हो चुकी हैं. जो भी व्यक्ति गांव में शराब बनाते, बेचते या पीते हुए पकड़ा जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. आर्थिक दंड के साथ-साथ जेल भेजने की भी व्यवस्था की गई है.

शराब से बिगड़ते बच्चे और परिवार

स्थानीय निवासी सावित्री ने कहा कि गांव में बच्चों की पढ़ाई पर शराब का गहरा असर पड़ रहा है. कई माता-पिता नशे की चपेट में आकर अपने बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं, जिससे बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं. इसी वजह से महिलाओं ने नशा मुक्ति मुहिम की शुरुआत की है ताकि आने वाली पीढ़ी को बेहतर भविष्य दिया जा सके.

ग्रामीणों का समर्थन

ग्रामीणों का कहना है कि यह निर्णय आम जनता की सोच का परिणाम है. इस विषय पर सचिवालय बैठक में भी चर्चा की गई थी और यह माना गया कि लोगों के भविष्य को सुधारने के लिए शराबबंदी जरूरी है. ग्रामीणों ने इस पहल को सराहनीय बताया है और नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाने के भाजपा किसान नेता अशवंत तुषार साहू ने लिए पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया है.

सामाजिक सुधार की दिशा में कदम

ग्रामीणों के अनुसार, शराब की वजह से न केवल बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही थी बल्कि स्वास्थ्य और जीवनशैली पर भी बुरा असर पड़ रहा था. लोगों की दिनचर्या असंतुलित हो रही थी और पारिवारिक माहौल भी बिगड़ रहा था. ऐसे में ग्राम अमावश की जनता ने एकजुट होकर यह ठोस कदम उठाया है, जो वाकई काबिल-ए-तारीफ है.

1,गांव में बने पानी टंकी को जल्द से जल्द चालू करने का मांग किया गया

2, स्थानीय लोगों का कहना है

सड़क में विभिन्न जगहों पर छोटे-बड़े गड्ढे बन गए हैं, इस सड़क से आवागमन खतरनाक हो गया है. रोज आए दिन एक्सीडेंट होता रहता है जनहित को देखते हुए,भोरिंग से अछोली,से बेलटुकरी,अमावस रोड बनाने का शासन प्रशासन से मांग किया !

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