मां दुर्गा मां लक्ष्मी मां सरस्वती मां काली की चैतन्य झांकी आकर्षण का केंद्र बनी
पत्रकार कुंजूरात्रे महासमुंद महासमुन्द बागबहारा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय बागबाहरा सेवाकेंद्र के द्वारा इस बार चैतन्य देवीयो की झांकी में मां दुर्गा मां लक्ष्मी मां सरस्वती मां काली की चैतन्य झांकी आकर्षण का केंद्र बनी, एक विज्ञप्ति में सेवाकेंद्र संचालिका ब्रम्हा कुमारी निरूपमा दीदी ने बताया झांकी दिनांक 7 से 12 अक्टूबर तक चन्डी मोड़ सुमित बाजार के सामने लगाईं गई है जिसे देखने और समझने के लिए हजारों की संख्या में भक्तों और श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है सन्ध्या 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक अवलोकन किया जा रहा है , जहां चारों ओर देवी शक्तियों कि आव्हान जागरण व्रत पूजा पाठ पवित्र सात्विक भोजन का माहौल है वहीं ब्रम्हा कुमारी बहने नवरात्रि का आध्यात्मिक रहस्य भक्तों और श्रद्धालुओं को बता रही है कि जिनको हम मां और शक्ति कह कर बुलाते हैं उन्हें यह शक्ति कहां से प्राप्त हुई उनके हाथों में अस्त्र शस्त्र दिखाते चरणों में असुर दिखाते हैं वास्तव में इनका भाव क्या है वास्तविकता यह है इन चैतन्य देवियों के माध्यम से बताया जा रहा है कि दिव्यता आत्मा की शक्ति है और काभ क्रोध लोभ मोह अहंकार आदि विकार आसुरी वृत्ति का प्रतीक है और शस्त्र ज्ञान का प्रतीक है अभी वर्तमान कलयुग के अन्तिम श्रणो में स्वयं निराकार भगवान शिव राजयोग और ज्ञान की शिक्षा द्वारा आसुरी वृत्ति का विनाश और दैवी शक्ति की जागृति सीख रहे हैं जिनका अभ्यास हमें करना चाहिए और यही शुभ सन्देश देना इस चैतन्य झांकी का मुख्य उद्देश्य है