मद्यपान निषेध दिवस श्याम बालाजी कालेज आफ बी एड एजुकेशन में कार्यशाला का आयोजन किया.
पत्रकार कुंजूरात्रे महासमुंद महासमुंद दिनांक 3 अक्टूबर 2024 को महासमुंद कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, डॉ पी के कुंदेशिया सी एम एच ओ के निर्देश पर मद्यपान निषेध दिवस सप्ताह दिनांक 02 से 8 अक्टूबर तक कार्यक्रम आयोजित किया जाना है जिसमें प्रथम दिवस में श्याम बालाजी कालेज ऑफ़ बी एड ऐजुकेशन में मद्यपान निषेध दिवस पर कार्यशाला के माध्यम से प्रेरित किया गया. कार्यशाला में मद्यपान से होने वाले समस्या से अवगत कराया गया मद्यपान यह एक नशा है जिसको हम बोल चाल के भाषा में शराब की लत बोलते है यह प्रारम्भ में कोई व्यक्ति शराब लेता है तो वह मजे के लिए लेना शुरुआत करता, पर यह लत उनको आदि बना देता है जिसके कारण उनके आर्थिक, सामाजिक, समस्या का सामना करता है, जिसको वह व्यक्ति चाह के भी नही छोड़ पाता क्योंकि उसके प्रति लत हो जाता है और परिवार में लड़ाई झगड़ा उतपन्न होने लगता है जिसके कारण उनकी मानसिक अवस्था खराब हो जाता है साथ में अन्य नशा जैसे गुटका, पान, खैनी, गांजा, सिगरेट आदि का भी सेवन करने लग जाता है. यह समस्या दिनों दिन बढ़ते जा रहा है जिसके कारण लोग तनाव में आ करके अत्यधिक नशा पान कर रहे है. और डिप्रेशन में जा रहे है, इस समस्याओ को निजात पाने के लिए श्याम बालाजी कालेज आफ बी एड ऐजुकेशन के छात्र छात्राओं और शिक्षक, शिक्षिका को९ प्रेरित किया गया. साथ ही डिप्रेशन और सुईसाइड को कम करने के लिए तनाव प्रबंधन गेम के माध्यम से बताया गया, अपनी सेहत को ध्यान में रखने के लिए उचित खानपान नशे दूर रहे , अधिक से अधिक सकरात्मक सोचे, मनोरंजन करें, योग और ध्यान को अपने दिन चर्या में जोड़े, आपसी सामंजस्य से रहे, मद्यपान निषेध दिवस पर शपथ भी दिलाया गया सभी छात्र छात्राओ को कम से कम दो व्यक्ति को नशे को छुड़ाने के लिए मोटिवेट करने हेतू कहा गया है. इस कार्यशाला में श्याम बालाजी कालेज ऑफ़ बी एड ऐजुकेशन से श्री मती तारा चंद्राकर सचिव, डॉ अंकिता चंद्राकर प्राचार्य, श्री मती उमा चौधरी, सुश्री अमी चंद्राकर, निर्मल बंजारे, तोपलाल कुर्रे सहायक प्राध्यापक शामिल हुये,
डॉ बी के माहेश्वरी सयुंक्त संचालक सह अस्पताल अधीक्षक, डॉ सी पी चंद्राकर नोडल अधिकारी के समन्वय से किया गया. कार्यशाला का आयोजन मती मेघा ताम्रकार साइकोलाजी काउंसलर राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम से और रामगोपाल खूंटे मनोरोग सामाजिक कार्यकर्त्ता राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम से उपस्थिति हुये कार्यशाला में लगभग 85 लोग शामिल हुये थे.