छत्तीसगढ़

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय उपकार भवन नयापारा में रंगों का पर्व होली बहुत ही ह

कुजूरात्रे महासमुन्द प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय उपकार भवन नयापारा में रंगों का पर्व होली बहुत ही हर्शोल्लास के साथ मनाया गया पूरा ईश्वरीय परिवार आज के दिन सेवाकेंद्र में एकत्रित होकर इस पर्व का आध्यात्मिक रहस्य जानकर अपने जीवन को दिव्य बनाने की प्रेरणा ली , सेवाकेंद्र संचालिका ब्रम्हा कुमारी प्रीति बहन ने सभी भाई बहनों को आत्म स्मृति का तिलक लगाते हुए होली की टोली ( प्रशाद ) खिलाकर होली पर्व का आध्यात्मिक रहस्य बताया , वास्तव में यह पर्व होलिका दहन से प्रारंभ होता है यह पर्व हमें सिखाता है कि परमशक्ति परमपिता परमात्मा की याद की अग्नि होलिका दहन में अपने विकारों काम क्रोध लोभ मोह अहंकार को जलाने के बाद आत्मा पूरी तरह शुद्ध हो जाती है , और होली के रंग जैसा हमारे शान्ति आनन्द प्रेम सुख पवित्रता शक्ति ज्ञान हमारे ओरिजिनल प्राकृतिक आत्मिक गुणों का प्रतिनिधित्व करते हैं , और यह पर्व होली हमारे जीवन को सदा के लिए सुख शांति से सम्पन्न बनाती है

 

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