शासकीय उच्च प्राथमिक शाला चिंगरौद में चंद्रयान-3 के सफलतापूर्वक
कुंजूरात्रे महासमुंदा सकीय उच्च प्राथमिक शाला चिंगरौद में चंद्रयान-3 के सफलतापूर्वक लैंडिंग के 1 वर्ष होने पर आज पूरे देश में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में प्रत्येक शैक्षणिक संस्थानों में मनाया जा रहा है।
उक्त कार्यक्रम में बच्चों को संबोधित करते हुए शिक्षक योगेश कुमार मधुकर ने चंद्रयान-3 का संक्षिप्त परिचय देते हुए कहा कि चंद्रयान-3 भारत का अंतरिक्ष मिशन अभियान में से एक है जिसका सफलतापूर्वक प्रक्षेपण 14 जुलाई 2023 को श्रीहरिकोटा सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र इसरो के वैज्ञानिकों के द्वारा किया गया था। चंद्रमा की धरती पर लैंडर एवं प्रज्ञान(रोवर) के द्वारा चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव में लैंडिंग किया गया था। चंद्रयान-3 का मुख्य उद्देश्य वहां के वातावरण का अध्ययन करना, वहां की गतिशीलता को समझना तथा चंद्रमा की रासायनिक और खनिज संरचना का अनुमान लगाना तथा परावर्तित प्रकाश में छोटे ग्रहों की खोज का पता लगाना इसका मुख्य उद्देश्य है।।उद्बोधन की इसीकड़ी में शिक्षक डीगेश कुमार ध्रुव ने बच्चों को समझाते हुए कहा कि चंद्रमा पर सॉफ्टवेयर लैंडिंग करने वाला भारत का तीसरा अंतरिक्ष अभियान तथा विश्व स्तर पर देश में चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने कहा कि विश्व में भारत देश अंतरिक्ष अभियान की श्रेणी के अलावा अन्य क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाई है आज हमारा देश विकासशील देशों की श्रेणी में जाना व पहचाना जाता है।
कार्यक्रम को प्रभारी प्रधान पाठक गणेश राम चंद्राकर ने भी संबोधित किया चंद्रयान-3 के मिशन पर आधारित डायग्राम को कक्षा आठवीं के बच्चों के द्वारा बड़े रचनात्मक ढंग से बनाने पर उन्होंने कक्षा आठवीं के छात्राओं क्रमशः कुमारी रोशनी मानिकपुरी, नोगिता पटेल एवं गोमती साहू तथा मार्गदर्शक शिक्षक योगेश कुमार मधुकर को बधाई ज्ञापित किया।
उक्त कार्यक्रम में समग्र शिक्षा शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष संतराम पटेल शिक्षा विद सुखदेव मालेकर एवं वरिष्ठ शिक्षक पोखन लाल चंद्राकर एवं समस्त छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन योगेश कुमार मधुकर ने तथा आभार प्रदर्शन पोखन लाल चंद्राकर ने किया।