प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा इस बार रक्षाबंधन का त्योहार सप्ताह पूर्व प्रारंभ हो गया, संस्थान की मिडिया प्रभाग
रक्षाबंधन का पर्व इस बार स्थानीय प्रेस क्लब में ही मनाया गया, ब्रम्हा कुमारी प्रिती दीदी ने
कुंजूरात्रे महासमुंद प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा इस बार रक्षाबंधन का त्योहार सप्ताह पूर्व प्रारंभ हो गया, संस्थान की मिडिया प्रभाग द्वारा रक्षाबंधन का पर्व इस बार स्थानीय प्रेस क्लब में ही मनाया गया, ब्रम्हा कुमारी प्रिती दीदी ने नवनिर्वाचित प्रेस क्लब अध्यक्ष चुने गए भाई रत्नेश सोनी को हार्दिक शुभकामनाएं दी, सेवाकेंद्र संचालिका ब्रम्हा कुमारी प्रिती दीदी ने समस्त प्रेस क्लब परिवार संग रक्षाबंधन पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया, सभी को रक्षा सूत्र बांधा तिलक लगाया मिठाई खिलाई,सात दिवसीय राजयोग कोर्स करने का ईश्वरीय निमंत्रण दिया एवं रक्षाबंधन का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा, यह पर्व भाई और बहन के पवित्र सम्बन्ध को दर्शाता है जिसमें बहन अपने भाई को रक्षा सूत्र बांधती है और उसके उज्जवल भविष्य की कामना करती है और भाई अपनी जान की बाजी लगाकर बहन की आन की रक्षा की प्रतिज्ञा करता है उसके अलावा यह पर्व आत्मा और पिता परमात्मा के अलौकिक सम्बन्ध का भी पर्व है,जब कलयुग अपने अन्तिम घड़ी पर खड़ा होता है संसार महापरिवर्तन के दौर से गुज़र रहा होता है इस धरा की दैवी गुणों वाली आत्माएं जन्म मरण का चक्कर लगा लगा कर अपनी शान्ति पवित्रता और अपने मूल स्वरूप को खो चुकी होती है और पांच विकारों काम, क्रोध,लोभ,मोह, अहंकार रूपी दलदल में डूब चुकी होती है तब ज्ञानसागर, पवित्रता के सागर, निराकार ज्योति बिन्दु स्वरूप परमात्मा शिव इस धरा के भारत भूमि माउंट आबू पर अवतरित होकर और एक साधारण मानव को अपना माध्यम बनाकर इस संसार की हर आत्माओं को सच्ची सच्ची पवित्रता की राखी बांधते पांच विकारों से मुक्ति दिलाते और सच्चा रक्षाबंधन का अर्थ समझाते और पुनः स्वर्णिम युग सतयुग की कलम लगाते है , अन्त में ब्रम्हा कुमारी सुषमा बहन ने राजयोग मेडिटेशन से शान्ति की अनुभूति कराई