कुम्भ करण समान मानव को जगा कर ज्ञान अमृत अशांति रूपी माय पिला रही है जो वर्तमान दुःख
। कुजूरात्रे महासमुन्द 88वी त्रिमूर्ति शिव जयंती अर्थात महाशिवरात्रि ) के पावन पर्व पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के तत्वावधान दादा वाड़ा ग्राउंड रायपुर रोड़ में तीन दिवसीय कुम्भकरण की चलित झांकी पूरे शहर में आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, जिसमें दिखाया गया है निराकार परमपिता परमात्मा शिव से ब्रम्हा कुमारी बहने आज के अज्ञान नींद में सोये हुए कुम्भ करण समान मानव को जगा कर ज्ञान अमृत पिला रही है जो वर्तमान दुःख अशांति रूपी समय को परख नहीं पा रहा और पांच विकारों रुपी शत्रु को अपना मित्र मान बैठा है और ब्रम्हा कुमारी बहने परमात्मा शिव से 21 जन्मों की सम्पूर्ण सुख और शांति का वरदान दिलवा रही है , इसके अलावा लेजर शो के माध्यम से काल चक्र का गुप्त ज्ञान एवं परमात्मा पिता की अनुभूति किया जा रहा है जिस अनुभूति के लिए बड़े बड़े साधु सन्यासी महात्मा विद्वान तरस रहे हैं, अमरनाथ दर्शन के द्वारा शिव पिता से अमर भव का वरदान प्राप्त किया जा रहा है, ब्रम्हा कुमारी भाई बहने चित्र प्रदर्शनी में बता रहे हैं निराकार परमपिता परमेश्वर को अवतरित हुए पूरे 88 वर्ष और ब्रम्हा तन के माध्यम से सत्य धर्म आदि सनातन देवी देवता धर्म की पुनः स्थापना और इस पुरानी कलयुगी सृष्टि का विनाश की गाथा सुनाकर आसुरी कलयुगी मनुष्यों को सतयुगी पावन देवता बनने की शिक्षा दे रहे हैं