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अवैध रेत खनन का कारोबार न केवल पर्यावरण को नष्ट कर रहा

रिपोर्टर कुंज कुमार रात्रे महासमुंद संयुक्त महामंत्री जिला कांग्रेस कमेटी एवं पार्षद विजय साव ने कहा कि सत्ता रूढ़ पार्टी बीजेपी के नेताओं के संरक्षण की वजह से खनन माफिया, रेत माफिया बेलगाम हो चुके हैं

अवैध रेत उत्खनन माफिया रोज़ नई घटना को दे रहे अंजाम आज अवैध रेत खनन और खनिज माफियाओं के चंगुल में फंसता नजर आ रहा है। महासमुंद जिले में महानदी सहित अनेकों नदियों का सीना भारी मशीनों से छलनी

किया जा रहा है, और यह सब बीजेपी सरकार के संरक्षण में

हो रहा है। प्रदेश में अवैध रेत खनन का कारोबार न केवल पर्यावरण को नष्ट कर रहा है, बल्कि यह सामाजिक, आर्थिक और कानूनी व्यवस्था के लिए भी गंभीर खतरा बन चुका है। सवाल यह है कि क्या बीजेपी सरकार इस माफिया राज को रोकने में नाकाम रही है, या फिर यह जानबूझकर इसे संरक्षण दे रही है? छत्तीसगढ़ सहित महासमुंद जिले में में अवैध रेत खनन का कारोबार हजारों करोड़ रुपये

का है। कांग्रेस के लगातार विरोध के बावजूद भारी मशीनों जैसे जेसीबी और पोकलेन

का उपयोग कर नदियों से रेत निकाली जा रही है, जो

पर्यावरणीय नियमों का खुला उल्लंघन है। महासमुंद और गरियाबंद, धमतरी जिलों में अवैध खनन की घटनाएं आम हो चुकी हैं।

प्रशासन द्वारा की जाने वाली

कार्रवाइयां अक्सर दिखावटी साबित होती हैं।

नदियों के तट और तल को भारी मशीनों से खोदने से नदी की

धारा बदल रही है, जिससे बाढ़ और कटाव का खतरा बढ़ गया

है। लाखों जलीय जीवों का आवास नष्ट हो रहा है, और नदियों

का पारिस्थितिकी तंत्र खतरे में है। इसके अलावा, अवैध रेत

परिवहन से ग्रामीण सड़कें खस्ताहाल हो रही हैं, जिससे

स्थानीय लोगों को भारी परेशानी हो रही है।

मैं सरकार से मांग करता हूँ कि छत्तीसगढ़ में जारी अवैध खनन

रोकने के लिए सख्त कार्रवाई करें और माफिया राज पर

अंकुश लगायें।

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