रिपोर्टर कुंज कुमार रात्रे 
महासमुंद प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्थानीय सेवाकेंद्र उपकार भवन में दीपोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया , पूरा ईश्वरीय परिवार एकत्रित होकर दीपक जलाकर कर सेवाकेंद्र को रौशन किया साथ साथ आध्यात्मिक परमात्म ज्ञान के माध्यम से मन में छुपे अज्ञान अन्धकार को भी इस पर्व से दूर करने की प्रेरणा ली ,सेवाकेंद्र संचालिका ब्रम्हा कुमारी प्रीती दीदी ने दीपावली पर सन्देश दिया कि यह प्रकाश का पर्व काम क्रोध लोभ मोह अहंकार के अज्ञानता रूपी अन्धकार से भटके हुए मनुष्यो को ज्ञान के प्रकाश की ओर मोड़ता है, घर की साफ सफाई मन वचन कर्म की पवित्रता को जीवन में धारण करना सिखाता है ,दीपक जलाने का आध्यात्मिक अर्थ यह सीखाता है कि परम ज्योति पिता परमात्मा शिव से आत्मा रूपी दीपक को सदा के लिए ज्योतिर्गमय कर लेना, और उनकी पावन प्रकाश से सम्पूर्ण विश्व अलौकिक हो जाए, व्यापारी नया खाता प्रारंभ करते जो हमें सिखाता है अपने पुराने स्वभाव संस्कार व विकारों का खाता परमात्मा की याद से खत्म कर नये जीवन की शुरुआत करना , भैया दूज पर ब्रम्हा कुमारी बहनों ने सभी को आत्मिक तिलक अर्थात भाई भाई की दृष्टि का तिलक लगाया , दीदी ने बताया यह भाई दूज का पर्व सिर्फ शारीरिक रिश्ता नहीं बल्कि आत्मिक सम्बन्ध का प्रतीक है जहां भाई बहन को उसकी आत्मा की सच्चाई याद दिलाती है यह पवित्रता आध्यात्मिक ज्ञान परमात्मा से जुड़ने का पर्व है , दीदी ने पूरे नगर वासियों को पर्व की शुभकामनाएं दी
