छत्तीसगढ़

21वीं सदी किसान सत्याग्रह शत-प्रतिशत प्रमाणित दस्तावेज का आज पत्रकारों के माध्यम से समाज में प्रसारित- जागेश्वर प्रसाद

संपादक कुंज कुमार रात्रे महासमुंद तुमगांव 25 दिसम्बर 2024। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के संघर्ष कर्ता छत्तीसगढ़ के 25 में वर्ष में भी शोषण अत्याचार के विरुद्ध मैदानी संघर्ष जारी रखे हैं।सत्ता और प्रशासन चाहे कांग्रेस सरकार आए चाहे बीजेपी सरकार रहे,दोनों ने सत्ता को धन कमाने का व्यापर बनाया है।आईएएस,आईपीएस,सचिव,आयुक्त, जिलाधीश,एसडीएम,तहसीलदार, पटवारी,डीजीपी,आईजी,पुलिस अधीक्षक,थाना प्रभारी सभी ने अपने पद को धन कमाने का जरिया बना लिया है।इसके लिए आम जनता दोषी है।संविधान के मर्यादाओं को समाप्त करने में शिक्षित समाज ने अपना योगदान शून्य कर दिया है।जिसका नतीजा है हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार पनप गया है।इसी कड़ी में महासमुंद में विश्व प्रसिद्ध सिरपुर,तुमगांव क्षेत्र जो शुद्ध वातावरण,जंगली क्षेत्र के नाम से परिचित जहां की हवा,पानी,100 फ़ीसदी मानव समाज सहित जानवरों के लिए महफूज थी आज अवैध औद्योगिक कारखाना अवैध करणी कृपा पावर प्राइवेट लिमिटेड स्टील प्लांट को काबिल कास्त भूमि जिसमें किसी भी कीमत में कारखाना नहीं लगाया जा सकता जिला प्रशासन, भाजपा,कांग्रेस सत्ता,दल्ला विधायक, जिलाधीश,एसडीएम,तहसीलदार, पटवारी ने अवैधानिक कार्य को संरक्षण देकर 92 गांवों के जीवन रेखा पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया।जिसमें कोडार बांध जो किसानों की जीवनदायनी है,उसे अवैध करणी कृपा प्राइवेट लिमिटेड को भूपेश सरकार ने बेच दिया था।विधायक पूर्व और वर्तमान दोनों कंपनी के नौकर बन अवैधानिक कार्य को संरक्षण दे रहे हैं,उसी प्रकार जिलाधीश महासमुंद माननीय उच्च न्यायालय के आदेश का परिपालन नहीं कर रहा है। इन सब के बीच एक लंबा संघर्ष 3 वर्ष का किसानों ने माता-बहनों ने प्रतिदिन अपने जीवन का उद्देश्य बनाकर संघर्ष को अंजाम दिया है। जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य आंदोलनकारी अनिल दुबे,जागेश्वर प्रसाद,जी.पी.चंद्राकर,दीनदयाल वर्मा, छन्नू साहू,वेगेंद्र सोनवेर,अशोक कश्यप,दशरथ सिन्हा,डेविड चंद्राकर, नाथूराम सिन्हा,हेमसागर पटेल,धर्मेंद्र यादव,तोशन सिन्हा,लीलाधर पटेल, नंदकुमार साहू,गणेश साहू जनकु साहू,रमेश साहू,राधाबाई सिन्हा, डिगेश्वरी चंद्राकर,टुकेश्वरी ध्रुव, रमशिला पटेल, गणेशीया ध्रुव,कुमारी ध्रुव,ननकुनिया पारधी,शांति सिन्हा, सुकवारों साहू,खेमिन साहू आदि ने संघर्ष के मार्ग को अपनाया।21वीं सदी किसान सत्याग्रह शोषण अत्याचार के विरुद्ध संग्राम के संग्रह में पुस्तक का विमोचन क्षेत्र की 51 महिलाओं ने राज्योत्सव रजत जयंती तुमगांव 14 दिसंबर को समाज में प्रस्तुत किया है।आज हाई स्कूल, महाविद्यालय और छत्तीसगढ़ के विश्वविद्यालय के साथ दिल्ली के विश्वविद्यालय में भी इस पुस्तक की मांग प्रारंभ हुई है।सैकड़ो छात्रों को पुस्तक वितरण के बाद छात्रों और किसानों का गठजोड़ सामने आया। विष्णु देव सरकार माननीय उच्च न्यायालय का आदेश परिपालन कराने में नाकाम है। जिलाधीश आरोपी है और किसानों ने लिखकर आत्मदाह की बात की है उसमें छात्रों ने अपने को जोड़ा है। जिसमें छात्रों के द्वारा संगठन तैयार की तैयारी पूरी की जा रही है।किसान- छात्र आत्मदाह वाहिनी विष्णु देव सरकार को संविधान पालन नहीं कराने पर करेगा सार्वजनिक आत्मदाह का कार्यक्रम। विष्णु देव सरकार को तुमगांव तहसीलदार द्वारा किसानों के लिखित ज्ञापन भेजा गया है और जल्द महासमुंद जिलाधीश के माध्यम से समस्त बिंदुओं पर बिंदुवार चर्चा कर तिथी की घोषणा की जाएगी पूरी जवाबदारी जिलाधीश महासमुंद, थाना तुमगांव, पुलिस अधीक्षक महासमुंद,विष्णु देव मुख्यमंत्री,नेशनल हाईवे मुख्य अभियंता,तहसीलदार तुम गांव की होगी जागेश्वर प्रसाद,जी.पी.चँद्राकर,छन्नू साहू,नंदकुमार साहू,बृजबिहारी साहू,अशोक कश्यप, हेमसागर पटेल,डेविड चंद्राकर,दशरथ सिन्हा, लीलाधर पटेल,परसराम ध्रुव, राधा बाई सिन्हा,डिगेश्वरी चँद्राकर,

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