वट सावित्री पर्व गुरुवार को श्रद्धा व भक्ति के साथ मनाया गया
कुंजूरात्रेमहासमुंद वट सावित्री पर्व रविवार को श्रद्धा व भक्ति के साथ मनाया गया। सुबह घरों में पूजा-अर्चना की गई। इसके साथ ही बाग व बगीचों में जाकर वट वृक्ष की पूजा महिलाओं ने की। इस पर्व को लेकर क्षेत्र में भी वट वृक्षों की पूजा करने कोमहिलाओं की भीड़ वटवृक्ष के नीचे लगी रही। सनातन संस्कृति में सारे पर्व प्रकृति पूजा पर आधारित हैं। यहां वृक्षों को उनके गुणों के आधार पर भगवान मानकर पूजा जाता है। श्रीमती शुभ्रा मनीष शर्मा ने बताया कि वटवृक्ष की पूजा करने से घरों में सुख व समृद्धि बनी रहती है। यह पर्व पर वट की पूजा के लिए सुबह से ही घरों में तैयारियां शुरू हो गई थीं। पूजा करने के बाद महिलाएं पूजा की सामग्री लेकर नजदीकी स्थलों पर लगे वट वृक्षों के पास पहुंचीं। यहां पर वृक्ष के तने में कच्चा सूत बांधते हुए वट की पूजा की गई।वट वृक्ष का पूजन कर परिक्रमा लगाई गई। यह पर्व पति व बच्चों की लंबी आयु के लिए मनाया जाता है। महिलाएं इस दिन सोलह श्रृंगार करके वट वृक्ष की पूजा करती हैं। पूजा अर्चना में भक्ति के साथ हमारे देश की संस्कृति भी जुड़ी है। इन पूजा के माध्यम से ही हम अगली पीढ़ी को अपनी संस्कृति का रक्षण करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। इस दौरान पूजा व्रतधारी महिलाएं उपस्थित थे।