आज की वर्तमान परिस्थितियों में सामाजिक परिवर्तन समाज के आधार
। कुजूरात्रे महासमुन्द आज की वर्तमान परिस्थितियों में सामाजिक परिवर्तन समाज के आधार भूत परिवर्तनो पर प्रकाश डालने वाला एक विस्तृत एवं कठिन विषय है।इस प्रक्रिया में समाज की संरचना एवं कार्यप्रणाली का एक जन्म होता है। हमारे समाज में कई महापुरुषों ने सामाजिक आंदोलनो के माध्यम से समाज में एक नई क्रांति लाई बाबा गुरू घासीदास,बाबा साहब अम्बेडकर, महात्मा ज्योतिबा फुले, दादा नकुलदेव ढ़ीढ़ी जी, भीष्म देव ढ़ीढ़ी जी,भागवत कोसरिया जी और अनेकों महापुरुषों ने समाज में एकता अखंडता को संजोए रखा आज हम समाज में मान-सम्मान से जीवन व्यतीत कर रहे हैं। समाज गतिशील है समय के साथ परिवर्तन अवश्यंभावी है। आधुनिक संसार में प्रत्येक क्षेत्र में विकास हुआ है तथा विभिन्न समाजों ने अपने तरीके से इन विकासो को समाहित किया है उनका उत्तर दिया है जो सामाजिक परिवर्तनों में परिलक्षित होता है। इन परिवर्तनों की गति कभी तीव्र रही है कभी मंद। सामाजिक आन्दोलन परिवर्तन का एक बहुत प्रमुख कारक रहा है, क्रांति के द्वारा सामाजिक परिवर्तन के अनगिनत उदाहरण मौजूद है, लेकिन पिछली दो तीन शताब्दियों में मानव इतिहास में काफी बड़ी बड़ी क्रांतियां आई।
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