14 दिसंबर को,जिले के कलाकार के साथ छत्तीसगढी फिल्म स्टार नाइट सुनील तिवारी का किया गया है
आयोजन, राज्य आंदोलनकारियों का होगा सम्मान
संपादक कुंज कुमार रात्रे महासमुंद 7 दिसंबर 2024। इतिहास गवाह है बिना संघर्ष किसी भी निर्माण कार्य को पूरा नहीं किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य छत्तीसगढ़ के महासपूतों के सतत संघर्ष का परिणाम है जिसमें देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी,शिक्षक,पत्रकार, साहित्यकार, छात्र,महिलाओं ने एकमतेन संघर्ष किया। छत्तीसगढ़ वासियों को घर-घर अलग जगाकर जागृत किया कि राज्य निर्माण से प्रदेश में अभूतपूर्व आर्थिक क्रांति आएगी।देश दुनिया के लोग देखेंगे कि छत्तीसगढ़ तरक्की किया। देव शक्ति भी छत्तीसगढ़ के साथ रही। लगातार संघर्ष का परिणाम 1 नवंबर 2000 को राज्य निर्माण की घोषणा से पूर्ण हुआ।लगातार संघर्ष करने वाले लोगों का दिव्य सपना पूर्ण हुआ ।हम उन संघर्ष कारियों में से एक हैं।जो संघर्ष की गाथा का एक-एक शब्द और सड़क की लड़ाई लड़े।जेल यात्रा हो, सांसद का घेराव हो,विधानसभा में पर्चा फेंकना हो,विधायक,सांसदों को जगाना हो लड़कर छत्तीसगढ़ प्राप्त किए हैं और आज 1 नवंबर 2000 से लगातार राज्योत्सव में भाग लेकर राज्य आंदोलन के साथ राज्योत्सव का भी आयोजन गण में रहे और रजत जयंती का आयोजन 24 में बर्ष से ही क्योंकि 25 वांआयोजन है तो रजत जयंती समारोह के आयोजन के प्रमुख होकर पूरे प्रदेश में राज्य आंदोलनकारियों के साथ छत्तीसगढ़ के आम लोगों का अभिनंदन कर रहे हैं इसी क्रम में 23 अक्टूबर 2024 को राजधानी रायपुर से प्रारंभ रजत जयंती राज्योत्सव का शंखनाद हुआ। जिसमें राजधानी के सभी प्रमुख बाजारों में सैकड़ो छत्तीसगढ़िया कलाकार छत्तीसगढ़ की संस्कृति का प्रदर्शन किया ।जिसमें राज्य आंदोलनकारी दाऊ जी. पी.चंद्राकर, अनिल दुबे,जागेश्वर प्रसाद,दीनदयाल वर्मा ,लालाराम वर्मा बृजबिहारी साहू, भुवनलाल पटेल,गोवर्धन वर्मा, गिरधारी ठाकुर,छन्नू साहू वेगेंद्र सोनवेर,चेतन देवांगन,श्यामू राम सेन महेंद्र कौशिक,गणपति पटेल,विमल ताम्रकार ने भाग लिया आज 14 दिसंबर 2014 को महासमुंद जिले का राज्योत्सव कार्यक्रम आयोजन सत्याग्रह किसान तुमगांव शिरपुर क्षेत्र ने लिया है जवाबदारी।जहां जिले के कलाकार करेंगे अपने कला का प्रदर्शन।महासमुंद जिले के 12 राज्य आंदोलनकारियों का होगा अभिनंदन। जिसमें दो राज्य आंदोलनकारी मृत्यु उपरांत सम्मानित करेंगे परिवार के लोग लेंगे सम्मान शाम 6:30 बजे से प्रारंभ होगा कार्यक्रम जिसका मुख्य केंद्र छत्तीसगढ़ी फिल्म स्टार सुनील तिवारी एवं उनके तीन दर्जन कलाकार होंगे शामिल क्षेत्र के नंदकुमार साहू, दशरथ सिन्हा,डेविड चंद्राकर, हेमसागर पटेल,अवध राम साहू, घनश्याम पटेल,जनकु साहू,परशराम ध्रुव,नाथूराम सिन्हा,बोधन यादव, भोलाराम साहू,मुनेश्वर राम ध्रुव अमजद खान,राधाबाई सिन्हा, डिगेश्वरी चंद्राकर,धनेश्वरी यादव, रुक्मणी यादव,अनीशा खान,ललिता साहू,श्याम बाई ध्रुव,कुमारी ध्रुव, टिकेश्वरी ध्रुव,पंचवती यादव, ननकुनिया पारधी, गणेशीया ध्रुव, शांति सिन्हा होंगे।मुख्य अतिथि के लिए राज्य आंदोलनकारियों के प्रथम पंक्ति के नेता के साथ क्षेत्र के सांसद से किया गया है आमंत्रित सदन चलने के कारण अगर वे छत्तीसगढ़ में रहे तो निश्चित तौर पर मंच में होंगे।प्रदेश का कोडार बांध बचाओ सहित अवैध करणी कृपा प्राइवेट लिमिटेड के अवैध प्लांट के विरोध में चल रहे सत्याग्रह आंदोलन जो आज भी जारी है पर 3 वर्ष के किए गए संघर्ष यात्रा का प्रमाणित दस्तावेज पुस्तक का भी विमोचन राज्य आंदोलनकारी करेंगे। जो सैकड़ो गांव में वितरित होगा और 21वीं सदी के भारत में किसानों के सत्याग्रह आंदोलन का गाइडलाइन होगा।
अनिल दुबे
राज्य आंदोलनकारी अध्यक्ष छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा जीपी चंद्राकर,डेविड चंद्राकर,हेमसागर पटेल, वेगेन्द्र सोनवेर,दशरथ सिन्हा, अशोक कश्यप,राधाबाई सिन्हा, डिगेश्वरी चंद्राकर