छत्तीसगढ़

हर घर में हर दिन कम से कम 02 या 2 से अधिक प्लास्टिक की थैलियाँ आती हैं

पत्रकारकुंजूरात्रे महासमुंद ग्राम पंचायत बेलासोडा सरपंच श्रीमती भामिनी पोखन चंद्राकर ने स्वास्चाछ भारत के तहत गांव को प्रदुषण मुक्त बनाने हेतू एक महत्वपूर्ण अनूठी पहल की।घर घर में हर  दिन कम से कम 02 या 2 से अधिक प्लास्टिक की थैलियाँ आती हैं। जैसे- तेल की थैली, दूध की थैली, किराने की थैली, शैम्पू, साबुन, मैगी, कुरकुरे आदि। बस, वही सब थैलियां हमें रोज कूड़ेदान की जगह पानी की बोतल में डालनी हैं।आप सप्ताह में एक बार बोतल को भर सकते हैं और उचित ढक्कन के साथ कूड़ेदान में फेंक दें। ऐसा करने से जानवर बिखरा हुआ प्लास्टिक नहीं खाएंगे। प्लास्टिक कचरे और पानी की बोतलों का उचित निपटान होगा। कचरा विभाग को कूड़ा जमा करने में भी सुविधा होगी।

श्रीमती भामिनी पोखन चंद्राकर ने सभी लोगो से अपील की है कि हर घर इस जरूरत को पहचाने और इस शुभ कार्य की शुरुआत करें।

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