आत्मिक मेधा बढ़ाने से आएगी खुशी-
कुंजूरात्रेमहासमुंद महाराष्ट्र जलगांव से आए केबीसी नार्थ महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मीडिया स्टडीज डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सोमनाथ बड़नेरे ने कहा कि भविष्य में आने वाला समय ऐसा है कि मशीनें आपस में बैठकर विचार करेंगी कि मानव हमारे ऊपर हावी हो रहा है। हम कितना भी साइंस की तरक्की कर लें लेकिन स्प्रीचुअल इटेलीजेंस के बिना सब अधूरा है।
उत्तराखंड देहरादून से आए वरिष्ठ पत्रकार कुंवर राज अस्थाना ने कहा कि आज ज्ञान का भंडार हमारी मुट्ठी में आ गय है। इस ज्ञान सागर से हमें क्या लेना है, क्या नहीं यह हमारी बुद्धिमत्ता के ऊपर है। सामाजिक मूल्य हमें सिखाता है कि हम नई-नई चीजों का उपयोग, तकनीक का उपयोग सामाजिक हित, लोक हित में कैसे करें।
आत्मिक मेधा बढ़ाने से आएगी खुशी-
जयपुर से आईं जोनल को-आर्डिनेटर बीके चंद्रकला बहन ने कहा कि आध्यात्मिक मूल्य हमें समझने की शक्ति देते हैं। एक-दूसरे के भावों को सुनने, समझने की शक्ति देते हैं। लेकिन एआई इन भावों को नहीं समझ सकता है। आत्मिक मेधा बढ़ाने से ही हमारे अंदर खुशी आती है। हमें परमात्मा के ध्यान की ओर अपने आप को बढ़ाना होगा। जब कोई अच्छा कार्य करता है तो हमें उसे दुआएं देते हैं लेकिन यह कार्य मशीन नहीं कर सकती है। संचालन मुख्यालय संयोजिका बीके चंदा बहन ने किया।
मल्टीमीडिया निदेशक बीके करुणा भाई सम्मानित-
सम्मेलन में विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ भागलपुर की ओर से उप कुलपति डॉ. श्रीगोपाल नारसन द्वारा मीडिया विंग के अध्यक्ष राजयोगी बीके करुणा भाई को वैश्विक सकारात्मक पत्रकारिता प्रेरक व्यक्तित्व सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्हें यह सम्मान मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता और पत्रकारिता में मूल्यों को बढ़ावा देने पर प्रदान किया गया।